केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का बयान- "भारत में रहना है तो 'भारत माता की जय' बोलना होगा"
By मनाली रस्तोगी | Published: October 15, 2023 11:06 AM2023-10-15T11:06:38+5:302023-10-15T11:09:46+5:30
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने हैदराबाद में जन प्रतिनिधियों द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए और राज्य में राष्ट्रवादी सोच वाली सरकार बनानी चाहिए।
हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने शनिवार को कहा कि जो लोग भारत में रहना चाहते हैं उन्हें 'भारत माता की जय' कहना चाहिए। चौधरी शनिवार को हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने हैदराबाद में जन प्रतिनिधियों द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए और राज्य में राष्ट्रवादी सोच वाली सरकार बनानी चाहिए।
उन्होंने कहा, जो लोग भारत में कहते हैं कि वे 'भारत माता की जय' नहीं बोलेंगे, वे नरक में जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा, "भारत में रहना है, तो 'भारत माता की जय' बोलना होगा।" उन्होंने पूछा, "भारत में रहते हुए क्या आप 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' कहेंगे?" उन्होंने आगे कहा कि 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' कहने वालों के लिए ही देश में जगह है।
If you want to live in India, you have to say 'Bharat Mata ki Jai': Union Minister Kailash Choudhary at BJP event in Hyderabad
— Press Trust of India (@PTI_News) October 14, 2023
उन्होंने कहा, "इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो 'भारत माता की जय' नहीं बोलता, हिंदुस्तान और भारत में आस्था नहीं रखता और 'पाकिस्तान जिंदाबाद' में आस्था रखता है तो उसे पाकिस्तान चले जाना चाहिए। यहां कोई जरूरत नहीं है।" उन्होंने कहा कि देश के लिए क्षेत्र में राष्ट्रवादी विचारधारा का होना जरूरी है और सामूहिक प्रयासों से देश को मजबूत करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा हाल ही में कृष्णा जल विवाद न्यायाधिकरण के संदर्भ की शर्तों को मंजूरी देने के अवसर पर भाजपा द्वारा किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच नदी जल के विभाजन को नियंत्रित करेगा।
विपक्षी गठबंधन द्वारा खुद को 'इंडिया' नाम देने का जिक्र करते हुए चौधरी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोगों ने सबसे पहले महात्मा गांधी का नाम चुराया, जिसके बाद उन्होंने "कांग्रेस" का नाम लिया, जो मूल रूप से देश के लिए आजादी हासिल करने के लिए बनाई गई थी।