'मुफ्त की रेवड़ी' को लेकर वरुण गांधी ने अपनी सरकार पर उठाए सवाल, पूछा- 'आखिर सरकारी खजाने पर पहला हक किसका?'
By मनाली रस्तोगी | Published: August 6, 2022 03:27 PM2022-08-06T15:27:53+5:302022-08-06T15:29:53+5:30
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए सरकार से पूछा कि आखिर सरकारी खजाने पर पहला हक किसका है?
नई दिल्ली: अपनी ही पार्टी पर कटाक्ष करते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने विपक्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'रेवड़ी' वाले तंज का जवाब दिया है। पीलीभीत के सांसद ने ट्वीट करते हुए सरकार से पूछा कि आखिर सरकारी खजाने पर पहला हक किसका है? इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 'मुफ्त की रेवड़ी' लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है।
वरुण गांधी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर 'धन्यवाद' की आकांक्षा रखता है। वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है। 'मुफ्त की रेवड़ी' लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है। सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है?"
जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर ‘धन्यवाद’ की आकांक्षा रखता है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 6, 2022
वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है।
‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है।
सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है? pic.twitter.com/Hw01qMH9FV
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने हाल ही में लोकसभा में कहा था कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को बधाई दी जानी चाहिए। पीएम मोदी ने पिछले महीने लोगों को "रेवड़ी संस्कृति" के खिलाफ आगाह किया था, जिसके तहत मुफ्त का वादा करके वोट मांगे जाते हैं। उत्तर प्रदेश में एक एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त के वादे पर वोट मांगने का चलन देश के लिए खतरनाक हो सकता है।