सीताराम येचुरी ने कहा- बीजेपी CAB के जरिए द्विराष्ट्र के सिद्धांत को फिर से जिंदा करने की कर रही है कोशिश
By भाषा | Published: December 12, 2019 05:19 AM2019-12-12T05:19:26+5:302019-12-12T05:19:26+5:30
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया कि पूर्वोत्तर की सभी पार्टियों ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के पक्ष में मतदान किया। उन्होंने कहा कि इनमें वे पार्टियां भी शामिल थीं, जो भाजपा की सहयोगी नहीं हैं। इस विधेयक को बुधवार को राज्यसभा ने पारित कर दिया।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने बुधवार को आरोप लगाया कि संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के पारित होने के साथ ही भाजपा अब सावरकर और जिन्ना द्वारा प्रचारित द्विराष्ट्र के सिद्धांत को “फिर से जिंदा” करने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि राज्यसभा ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी। इससे पहले विधेयक को सोमवार को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी थी।
येचुरी ने ट्वीट किया, “भारत का बंटवारा 1947 में हुआ था। हिंदू और मुस्लिम मातृभूमि, दोनों के प्रस्तावक एक ही घातक, विभाजनकारी, घृणित और भारतीय विरोधी प्रस्ताव के दो पक्ष थे। भारत ने द्विराष्ट्र के सिद्धांत को खारिज कर दिया। बीजेपी कैब के जरिए इसे फिर जिंदा करने की कोशिश कर रही है।”
इधर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया कि पूर्वोत्तर की सभी पार्टियों ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के पक्ष में मतदान किया। उन्होंने कहा कि इनमें वे पार्टियां भी शामिल थीं, जो भाजपा की सहयोगी नहीं हैं। इस विधेयक को बुधवार को राज्यसभा ने पारित कर दिया।
प्रस्तावित कानून के खिलाफ समूचे पूर्वोत्तर में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच गोयल ने कहा कि पूर्वोत्तर की सभी पार्टियां यहां तक कि जो राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं हैं, उन्होंने भी विधेयक के पक्ष में मतदान किया।