BJP ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, जारी किया पोस्टर; लिखा- "तेजस्वी यादव ‘लापता’, ‘पहचान: 9वीं फेल"
By एस पी सिन्हा | Updated: December 17, 2025 15:09 IST2025-12-17T15:07:38+5:302025-12-17T15:09:06+5:30
Tejashwi Yadav Poster: बता दें कि चुनावी नतीजों के बाद तेजस्वी यादव ने हार की समीक्षा के लिए पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी की थी।

BJP ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, जारी किया पोस्टर; लिखा- "तेजस्वी यादव ‘लापता’, ‘पहचान: 9वीं फेल"
Tejashwi Yadav Poster:बिहार में नई सरकार के गठन के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार बिहार से बाहर रह रहे हैं। ऐसे में बिहार भाजपा ने सोशल मीडिया हैंडल से तेजस्वी यादव को लेकर एक विवादित पोस्ट शेयर किया गया है। इस पोस्ट में तेजस्वी यादव को ‘लापता’ बताते हुए उन पर तंज कसा गया है। पोस्टर में तेजस्वी यादव की फोटो को शामिल करते हुए उनके नाम के साथ ‘पहचान: 9वीं फेल।’ लिखा गया है। इसके साथ ही पोस्टर में यह सवाल भी पूछा गया है कि उन्हें आखिरी बार कब देखा गया था। इसके जवाब में लिखा गया है,“मीडिया से मुंह छुपा कर भागते हुए।” यह पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक हलकों में इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से तेजस्वी यादव सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने कम नजर आए हैं। इसको लेकर पहले भी विपक्षी दलों की ओर से सवाल उठाए जाते रहे हैं। चुनावी हार के बाद राजद के भीतर भी असंतोष की चर्चाएं सामने आई थीं। इसी दौरान तेजस्वी यादव के परिवार में मतभेद की खबरें भी सुर्खियों में रहीं। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट कर पार्टी के भीतर के कुछ नेताओं पर सवाल उठाए थे। उन्होंने पार्टी और परिवार को छोड़ने की भी बात कही। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं… और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं। उन्होंने आगे लिखा कि संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था। बता दें कि चुनावी नतीजों के बाद तेजस्वी यादव ने हार की समीक्षा के लिए पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी की थी।
इस बैठक में कई बागी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार किया गया था। हालांकि, इसके कुछ ही समय बाद उनके विदेश यात्रा पर जाने की खबर सामने आई, जिससे भाजपा को हमला बोलने का नया मौका मिल गया। जबकि राजद की ओर से अब तक इस पोस्ट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को मात्र 25 सीटें हासिल हुईं, जिससे पार्टी के लिए विपक्ष की भूमिका निभाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। चुनाव नतीजों के बाद तेजस्वी यादव ने एक दिन बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र में विधायक पद की शपथ ली, लेकिन इसके बाद उन्होंने पूरे पांच जिलों की शीतकालीन सत्र में अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज कराई। उनकी गैरमौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में सवाल खड़े कर दिए कि क्या विपक्ष की भूमिका निभाने वाले नेता अपने दायित्वों के प्रति गंभीर हैं।
तेजस्वी यादव के बिहार से दूर रहने की खबरें लगातार मीडिया में आ रही हैं। उनकी गैरमौजूदगी की शुरुआत तब हुई जब बताया गया कि वह यूरोप चले गए हैं। इस दौरे की अवधि और लौटने की तारीख के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। सियासत के जानकार मानते हैं कि विपक्षी नेता का लंबे समय तक राज्य से बाहर रहना पार्टी के लिए चिंता का विषय हो सकता है, खासकर तब जब विधानसभा में विपक्ष की भूमिका निभाने वाले नेता की उपस्थिति महत्वपूर्ण होती है।