जेटली और विजय माल्या की मुलाकात पर बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने किया बड़ा खुलासा, बताई पूरी सच्चाई
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 14, 2018 10:43 PM2018-09-14T22:43:29+5:302018-09-14T22:43:29+5:30
विजय माल्या के वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के बयान के बादकांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने दावा किया कि एक मार्च, 2016 को दोनों की मुलाकात हुई थी।
शराब कारोबारी व भगौड़े विजय माल्या के एक बयान से देश की राजनीतिक पार्टियां में हड़कंप मच गया है। माल्या के वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के बयान के बादकांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने दावा किया कि एक मार्च, 2016 को दोनों की मुलाकात हुई थी।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 1 मार्च को अरुण जेटली सेंट्रल हॉल गए ही नहीं थे। 1 मार्ट को मंगलवार था और संसदीय दल की बैठक थी, जेटली साढ़े 10 बजे संसद भवन आए और प्रधानमंत्री के साथ बैठक की थी। करीब 11 बजे वह राज्यसभा गए और पिर 12 बजे के आसपास वह सदन से निकले और विज्ञान भवन गए।
जिसके बाद दोपहर 2 बजे तक वो विज्ञान भवन के समारोह में रहे। वहीं, बीजेपी सूत्रा का कहना है कि कांग्रेस की तरफ से माल्या और जेटली की मुलाकात का समय बताया गया है वह गलत है। अगर जेटली को मदद ही करनी थी तो वह सार्वजनिक रूप से नहीं करते।
पीएल पुनिया ने कहा था कि,मैंने संसद के सेंट्रल हॉल के सत्र 2016 के दौरान आरोपी विजय माल्या और अरुण जेटली को 15-20 मिनट बात करते देखा था। यकीन ना हो तो उस वक्त की आप सीसीटीवी कैमरे की फूटेज निकलवा सकते हैं। उसमें आप देखेंगे कि किस तरह दोनों आपस में अंतरंग बातें कर रहे थे। अगर मेरी कही ये बात झूठी निकली तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। ये मेरा दावा है।
दवे के दावे पर एसबीआई ने दी सफाई
विजय माल्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट के वकील के दावे पर एसबीआई ने सफाई दी है। एसबीआई की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य ने मीडिया से बताया कि दवे कह सकते हैं कि उन्हें क्या कहना है। मैं अब एसबीआई के साथ नहीं हूं और आप वर्तमान एसबीआई प्रबंधन से प्रतिक्रियाओं के लिए संपर्क कर सकते हैं। वहीं, एसबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस समेत लोन के सभी डिफॉल्ट मामलों से निपटने में बैंक या किसी अधिकारी द्वारा लापरवाही बरती गई है।
दवे ने कहा कि एसबीआई के कानूनी सलाहकार एसबीआई के चार शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के लिए आए थे। बैठक में इस बात पर सहमति हुई कि विजय माल्या को देश छोड़ने से रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट से आदेश लेने कि लिए वो सोमवार को सुबह मिलेंगे। लेकिन एसबीआई के अधिकारी नहीं आएं। आखिरकार जब विजय माल्या देश से भागने में कामयाब हो गया तो एसबीआई के नेतृत्व वाले 17 बैंकों ने 5 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।