BJP ने वीडियो के साथ केजरीवाल से पूछा, पहले तो आपके पास रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ सबूत थे, अब कहां गायब हैं आप?
By पल्लवी कुमारी | Published: February 7, 2019 05:42 PM2019-02-07T17:42:15+5:302019-02-07T17:42:15+5:30
रॉबर्ट वाड्रा मनी लॉन्ड्रिंग केस: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजी रॉबर्ट वाड्रा से विदेश में कथित तौर पर अवैध संपत्ति रखने के संबंध में धन शोधन से जुड़े एक मामले में छह और सात फरवरी दोनों दिन पूछताछ की।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजी रॉबर्ट वाड्रा से विदेश में कथित तौर पर अवैध संपत्ति रखने के संबंध में धन शोधन से जुड़े एक मामले में छह और सात फरवरी दोनों दिन पूछताछ की। ईडी दिल्ली के दफ्तर में रॉबर्ट वाड्रा से तकरीबन 40 से ज्यादा सवाल पूछे जा रहे हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने बीजेपी दिल्ली के अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट के माध्यम से बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया है।
ट्वीट में लिखा गया है, ''केजरीवाल जी मोदी सरकार ने तो हिम्मत दिखाके रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ जांच बिठा दी, पर अब तक आप चुप क्यों हैं ? कहाँ गए आपके वो सारे सबूत ? कोई गुप्त डील कर ली है क्या कांग्रेस के साथ आपने ?''
इस ट्वीट के साथ बीजेपी ने न्यूज चैनले आजतक का एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में पत्रकार केजरीवाल से पूछते दिख रहा है कि रॉबर्ट वाड्रा के बारे में और उनके लगे आरापों पर आपका क्या कहना है?
जवाब में केजरीवाल कहते हैं- ''मैंने जो भी आरोप लगाए हैं, वो सारे सबूतों के आधार पर लगाए हैं। आपको इस मामले में कोई शक है तो मेरे दफ्तर में और भी सबूत पड़े हैं। सारे सबूत ये दिखाते हैं कि 2007 से लेकर 2010 तक इन तीन सालों में रॉबर्ट वाड्रा ने छह कंपनियां बनाई। इन छह कंपनियों में कागजी कार्रवाई हुई लेकिन धंधा कुछ नहीं हुआ है। नेट रिजल्ट ये आता है कि तीन सौ करोड़ की सम्पति डीएलएफ वालों ने रॉबर्ट वाड्रा को ट्रांसफर कर दिया है। रॉबर्ट वाड्रा ने ये सारी संपत्ति तीन राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में खरीदा है।''
आप भी देखिए वीडियो-
केजरीवाल जी मोदी सरकार ने तो हिम्मत दिखाके रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ जांच बिठा दी, पर अब तक आप चुप क्यों हैं ? कहाँ गए आपके वो सारे सबूत ? कोई गुप्त डील कर ली है क्या कांग्रेस के साथ आपने ? वैसे इतना दोगलापन लाते कहाँ से हैं आप ? 🤔 pic.twitter.com/PZdhGKKS4l
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) February 7, 2019
बीजेपी ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि ये वीडियो कब का है। केजरीवाल ने भी इस वीडियो पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वाड्रा के सीनियर वकील का सवाल- आखिर मीडिया को सारे सवाल कैसे पता चल रहे हैं?
वाड्रा के सीनियर वकील केटीएस तुलसी ने कहा कि ये सब नरेन्द्र मोदी की सरकार को फंसाने की साजिश है, वर्ना आप भी सोचिए जरा कि ईडी की इतनी गोपनीयता के बावजूद कैसे वो सारे प्रश्न लीक हो रहे हैं, जो रॉबर्ट वाड्रा से पूछे जा रहे हैं। वकील केटीएस तुलसी ने सवाल पूछा कि सारे सवाल मीडिया को कैसे पता चल रहा है?
अधिकारियों ने बताया कि वाड्रा से गुरुवार को दोबारा पूछताछ करने तथा ब्रिटेन में अचल संपत्ति हासिल करने के संबंध में और सवाल पूछने की जरूरत थी। उन्होंने बताया कि उनका बयान धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जाएगा जैसे कि बुधवार को किया गया था। मामले के जांच अधिकारी समेत ईडी के तीन अधिकारियों की टीम ने उनसे करीब एक दर्जन सवाल पूछे।
क्या है रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप
दिल्ली की एक अदालत ने दो फरवरी को रॉबर्ट वाड्रा को ईडी से सहयोग करने को कहा था। वाड्रा ने इस धनशोधन मामले में अग्रिम जमानत के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया था। वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि राजनीतिक हित साधने के लिये उन्हें ‘‘परेशान’’ किया जा रहा है।
वाड्रा की वकील सुमन ज्योति खेतान ने बुधवार रात को बताया कि वाड्रा ने सारे सवालों के जवाब दिये। खेतान ने ईडी कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘उनके खिलाफ लगे सारे आरोप झूठे हैं। हम जांच एजेंसी के साथ शत प्रतिशत सहयोग करेंगे। जब भी उन्हें बुलाया जाएगा वह आएंगे।’’ यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड (ब्रिटिश पाउंड) की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन के आरोप से संबंधित है। यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है।
इस जांच एजेंसी ने अदालत से यह भी कहा था कि उसे लंदन की कई नयी संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है जो वाड्रा की है। उनमें पचास और चालीस लाख ब्रिटिश पाउंड के दो घर तथा छह अन्य फ्लैट एवं अन्य संपत्तियां हैं।
ईडी ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में छापा भी मारा था और वाड्रा से जुड़ी कंपनी स्काईलाईट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी के कर्मचारी मनोज अरोड़ा से पूछताछ की थी। जांच एजेंसी ने अदालत से कहा था कि उसने अरोड़ा के खिलाफ पीएमएलए का मामला दर्ज किया था क्योंकि भंडारी के खिलाफ 2015 के कालाधन कानून के तहत आयकर विभाग द्वारा एक अन्य मामले की जांच के दौरान उसकी भूमिका के बारे में जानकारी मिली थी ।
एजेंसी ने आरोप लगाया था कि लंदन की संपत्ति भंडारी ने 19 लाख पाउंड में खरीदी थी और उसके सौंदर्यीकरण पर करीब 65,900 पाउंड का खर्च आने के बावजूद उसे 2010 में उसी कीमत पर बेच दिया।( पीटीआई इनपुट के साथ)