BJP अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उद्धव सरकार को बताया 'बनावटी और अवास्तविक', कहा-भविष्य में भाजपा को किसी गठबंधन की जरूरत नहीं
By भाषा | Published: February 16, 2020 02:55 PM2020-02-16T14:55:53+5:302020-02-16T15:18:47+5:30
गत अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। हालांकि मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे पर ठाकरे नीत शिवसेना के संबंध तोड़ लेने के बाद भाजपा सरकार नहीं बना पाई।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार को रविवार को “अप्राकृतिक तथा अवास्तविक’’ करार दिया और कहा कि इसने राज्य के विकास पर रोक लगा दी है। नवी मुंबई उपनगर के नेरुल में प्रदेश भाजपा के सम्मेलन को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि पार्टी को भविष्य में होने वाले चुनावों में अकेले लड़ने के लिए तैयार होने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में राज्य विधानसभा चुनाव में जनादेश मिलने के बावजूद, कुछ “स्वार्थी विचार” वालों ने पार्टी से राहें जुदा कर लीं और सत्ता में आने के लिए विपक्ष से हाथ मिला लिया।
हालांकि भाजपा अध्यक्ष ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी अपने दम पर महाराष्ट्र विधानसभा का अगला चुनाव जीतेगी। नड्डा ने किसी पार्टी या व्यक्ति का नाम लिए बिना कहा, “महाराष्ट्र सरकार अप्राकृतिक एवं अवास्तविक है। कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए भाजपा का साथ छोड़ दिया।” उन्होंने कहा कि भाजपा को भविष्य में होने वाले सभी चुनावों को अपने बूते लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा, “आपको ‘भाजपा बनाम सब’ के लिए तैयार रहना चाहिए।”
गत अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। हालांकि मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे पर ठाकरे नीत शिवसेना के संबंध तोड़ लेने के बाद भाजपा सरकार नहीं बना पाई।
बाद में शिवसेना ने वैचारिक रूप से अलग राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर राज्य में महाराष्ट्र विकास अघाडी सरकार बनाई।
नड्डा ने कहा, “भाजपा महाराष्ट्र का अगला विधानसभा चुनाव अपने दम पर जीतने वाली है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्य प्रगति कर रहा था लेकिन दुख की बात है कि अब विकास रुक गया है।”
नड्डा शनिवार को नवी मुंबई में शुरू हुए प्रदेश भाजपा के दो दिवसीय सम्मेलन में बोल रहे थे। भाजपा ने चंद्रकांत पाटिल को महाराष्ट्र इकाई का अध्यक्ष बनाए रखने का फैसला किया है।