बिहार के पश्चिमी चंपारण के सांसद व भाजपा उम्मीदवार को उपद्रवियों ने घेरा, बाल-बाल बचे, पुलिस के घेरे में उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया
By एस पी सिन्हा | Published: May 12, 2019 06:33 PM2019-05-12T18:33:14+5:302019-05-12T18:54:13+5:30
घटना के बाद सांसद संजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची गई थी. जायसवाल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग हमला कर के उनकी हत्या करना चाहते थे. हालांकि इस दौरान सांसद के बॉडी गार्ड पुलिस ने बचाव में हवाई फायरिंग भी की है.
बिहार के पश्चिमी चंपारण के सांसद और भाजपा के प्रत्याशी संजय जायसवाल पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई. नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 162, 163 पर भीड़ ने उन्हें घेर लिया और भीड़ में मौजूद असामाजिक तत्वों ने हंगामा किया.
लाठी डंडे से लैस लोग संजय जायसवाल पर हमले की कोशिश कर रहे थे. हालांकि पुलिस ने संजय जायसवाल को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया, जिससे वे बाल-बाल बच गये.
बताया जाता है कि सांसद संजय जायसवाल पश्चिमी चम्पारण लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं और वह बूथों का जायजा ले रहे थे तभी कुछ लोगों के समूह ने एक विवाद के बाद उन्हें लाठी-डंडों के साथ घेर लिया और जमकर विरोध किया.
लाठी-डंडों से लैस थे विरोधी
घटना के बाद सांसद संजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची गई थी. जायसवाल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग हमला कर के उनकी हत्या करना चाहते थे. हालांकि इस दौरान सांसद के बॉडी गार्ड पुलिस ने बचाव में हवाई फायरिंग भी की है.
#WATCH: Narkatiaganj: An attempt was made to attack Sanjay Jaiswal (in red kurta), BJP candidate from West Champaran Parliamentary Constituency, with sticks outside polling booth no. 162, 163. He is unhurt. #Bihar#LokSabhaElections2019pic.twitter.com/sxL3YWyAT7
— ANI (@ANI) May 12, 2019
घटना बनकटवा के शेखवना गांव की है. वैसे उन्हें पुलिस के घेरे में सुरक्षित रखा गया है. लेकिन भीड़ में लाठी डंडे से लैस उपद्रवी बार-बार सांसद को अपने कब्जे में लेना चाह रहे थे. सांसद संजय जायसवाल ने बताया कि उनके बॉडीगार्ड ने बचाव में हवाई फायरिंग कर भीड़ को रोका.
बकौल सांसद इस गांव में एक समुदाय विशेष के लोगों की संख्या 90 प्रतिशत है और उन्होंने दूसरे समुदाय के 10 प्रतिशत वोटों की कैप्चरिंग कर ली. जब सांसद को सूचना मिली तो वह वहां पहुंचे और जानकारी लेनी चाही. इसके बाद असामाजिक तत्वों ने उन्हें घेर लिया. सांसद ने बताया कि डीएम और एसपी को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.