पश्चिम बंगाल में “लघु विधानसभा चुनाव” से पहले BJP-TMC के बीच समय का विवाद, भाजपा को बताया बहानेबाज
By भाषा | Published: February 20, 2020 08:30 PM2020-02-20T20:30:57+5:302020-02-20T20:30:57+5:30
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने संवाददाताओं से कहा, “ हम निकाय चुनावों के लिए तैयार हैं लेकिन चुनाव प्रचार के लिए समय कहां है? हमें इसके लिए केवल 10-12 दिन मिलेंगे। यह राज्य सरकार की साजिश है कि भाजपा को चुनाव प्रचार के लिए पर्याप्त समय ना मिले।”
भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर अप्रैल-मध्य में होने वाले संभावित निकाय चुनावों के प्रचार करने के लिए पर्याप्त समय देने की मांग की। राज्य में मार्च के अंत तक राज्य बोर्ड की परीक्षाएं जारी रहेंगी। राज्य में 18 फरवरी से शुरू हुई राज्य माध्यमिक बोर्ड परीक्षा 27 फरवरी को समाप्त होगी। उच्च माध्यमिक परीक्षा 12 मार्च से 27 मार्च के बीच आयोजित की जाएगी।
राज्य बोर्ड परीक्षाओं के दौरान लाउडस्पीकर के उपयोग पर प्रतिबंध लागू हैं। राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार राज्य और कोलकाता नगर निगम के 107 नगर निकायों के चुनाव के लिए 15-16 अप्रैल की तारीख पर विचार किया जा रहा है। इस चुनाव को 2021 के पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनावों से पहले होने वाला “लघु विधानसभा चुनाव” माना जा रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने संवाददाताओं से कहा, “ हम निकाय चुनावों के लिए तैयार हैं लेकिन चुनाव प्रचार के लिए समय कहां है? हमें इसके लिए केवल 10-12 दिन मिलेंगे। यह राज्य सरकार की साजिश है कि भाजपा को चुनाव प्रचार के लिए पर्याप्त समय ना मिले।” उन्होंने कहा कि भाजपा ने मांग की है कि अधिसूचित किए जाने वाले चुनाव कार्यक्रम का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि भगवा पार्टी की चुनाव में हार निश्चित है और अब वह बहाने खोज रही है। वरिष्ठ टीएमसी नेता और मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा ‘पूरे राज्य को पता है कि केएमसी और नगर निगम के चुनाव अप्रैल में होते हैं। वे (भाजपा)अब तक क्या कर रहे थे? क्या वे सो रहे थे? ... ये सब भाजपा के बहाने हैं।”
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) मार्च के दूसरे सप्ताह तक नागरिक निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकता है। एसईसी के सूत्रों के अनुसार यदि अधिसूचना 1 मार्च से 5 मार्च के बीच होती है तो केएमसी का चुनाव 11 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच हो सकता है। राज्य में शेष निकायों के चुनाव कम से कम 15 दिन बाद आयोजित किए जाएंगे। एसईसी ने पहले ही उत्तर और दक्षिण 24 परगना और हावड़ा जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें निकाय चुनावों की तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैं।