पटना। बिहार में स्पीकर के चुनाव से एक दिन पहले लालू प्रसाद यादव का कथित ऑडियो वायरल हुआ था। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद से बिहार की सियासत और गरमा गई है। इस मामले में लालू प्रसाद यादव पर भाजपा विधायक ने एफआईआर दर्ज करवाई है। भाजपा विधायक ललन पासवान ने पटना के विजिलेंस थाने में FIR दर्ज कराई है। उन्होंने लालू यादव पर एक लोक सेवक को मंत्री पद का लालच देने का आरोप लगाया है। इसमें हिरासत से टेलीफोन कॉल करने और मंत्रिस्तरीय सीट देने की पेशकश करने का आरोप लगाया गया है।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने भी इस ऑडियो कॉल के बारे में अपने ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी थी। सुशील मोदी ने कॉन्टैक्ट नंबर के साथ ऑडियो क्लिप भी शेयर की थी।
ललन पासवान ने FIR में लिखा था, लालू प्रसाद यादव, जो कि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं एवं रांची में चारा घोटाला केस में सजायाफ्ता हैं, उन्होंने जानबूझकर सोची समझी साजिश के तहत मुझे राजनीति में आगे बढ़ाने एवं मंत्री बनाने का लालच देकर मुझे विधायक, जो एक जनसेवक (पब्लिक सर्वेंट) होता है उसका वोट खरीदने एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की सरकार को गिराने के लिए जेल के अंदर से फोन लगाकर मुझसे मोबाइल फोन पर सम्पर्क किया एवं मेरा वोट अपने एवं अपनी पार्टी के महागठबंधन के पक्ष में लेने की कोशिश की एवं मुझसे भ्रष्ट आचरण कराने का प्रयास किया. अतः श्री लालू प्रसाद यादव के विरुद्ध भारतीय दंड विधान एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाय।
भागलपुर की पीरपैंती सीट से चुनकर आए ललन पासवान ने कहा कि उन्होंने लालू प्रसाद के प्रस्ताव को ठुकराया है। वहीं मामले के तूल पकड़ते ही जेल प्रबंधन ने भी लालू पर बड़ी कार्रवाई की है। लालू को राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) निदेशक रिहाइश से पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया है। जेल सुपरिटेंडेंट की निगरानी में लालू को शिफ्ट किया गया है। साथ ही रिम्स के पेइंग वार्ड की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है।