जब एंकर ने पूछा क्या 'पप्पू' पास हो गया? तो तिलमिलाकर ये बोले भाजपा के दिग्गज नेता
By उस्मान | Published: December 13, 2018 04:31 PM2018-12-13T16:31:06+5:302018-12-13T16:31:06+5:30
हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मुंह तोड़ जवाब देकर तीन राज्यों में विजय हासिल करने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की हर तरफ प्रशंसा हो रही है। 'पप्पू' कहकर उनका मजाक बनाने वाले विरोधी भी उनको बधाई दे रहे हैं।
हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मुंह तोड़ जवाब देकर तीन राज्यों में विजय हासिल करने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की हर तरफ प्रशंसा हो रही है। 'पप्पू' कहकर उनका मजाक बनाने वाले विरोधी भी उनको बधाई दे रहे हैं। लोकमत समूह द्वारा गुरुवार को आयोजित 'लोकमत संसदीय पुरस्कार' समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने उन्हें बधाई दी। हालांकि उन्होंने भारत को कांग्रेस और भाई-भतीजावाद मुक्त करने पर भी जोर दिया।
इंडिया टीवी के चेयरमैन रजत शर्मा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से सवाल किया कि 'क्या पप्पू पास हो गया? इस सवाल पर फड़णवीस ने कहा, 'राहुल गांधी को बधाई हो।
रजत शर्मा के दूसरे सवाल कि राज ठाकरे ने कहा है कि जिन्हें पप्पू कहते थे वो पूजनीय हो गए हैं? इस पर फड़णवीस ने कहा, 'राज ठाकरे मेरे मित्र हैं लेकिन अब उन्हें और शिवसेना को कोई सीरियसली नहीं लेता है मीडिया को भी नहीं लेना चाहिए।
जब एंकर ने उनसे पूछा कि क्या बीजेपी अहंकार आ गया है, तो उन्होंने कहा कि हार की अपनी वजह होती हैं। भाजपा जमीन से जुड़ी पार्टी है और पार्टी के किस भी कार्यकर्ता में अहंकार नहीं है।
आगे उन्होंने कहा, 'भारत में 99 फीसदी पार्टियां ऐसी हैं जिन्हें परिवार चलाते हैं। भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो किसी परिवार की मिल्कियत नहीं है। कांग्रेस मुक्त भारत का मतलब किसी पार्टी से मुक्त भारत नहीं बल्कि भाई-भतीजावाद मुक्त करना है। राजस्थान में हर पांच साल बाद सरकार बदलती है। वहां बाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में केल्वल 0.5 फीसदी वोट ही ज्यादा मिले हैं।
उन्होंने कहा देश में एक अच्छा विपक्ष होना बहुत जरूरी है। राहुल गांधी ये काम बहुत अच्छे से कर रहे हैं। उन्हें आगामी 10-20 साल अभी और विपक्ष में रहना है।
फडणवीस ने कहा, एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नतीजे बीजेपी के खिलाफ नहीं हैं। राजस्थान में हर बार सरकार बदलती है लेकिन उसके बावजूद हमने अच्छी सीट हासिल की है। एमपी और छत्तीसगढ़ में तीन बार से सरकार थी।