BJP JDS Alliance: धर्मनिरपेक्ष रुख नहीं छोड़ा, अल्पसंख्यकों की रक्षा करते रहेंगे, एचडी देवेगौड़ा ने कहा-कभी निराश नहीं होने देंगे
By अनुभा जैन | Published: September 27, 2023 08:15 PM2023-09-27T20:15:00+5:302023-09-27T20:16:18+5:30
BJP JDS Alliance: बेंगलुरु स्थित जेडीएस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने कहा कि उन्होंने अतीत में अल्पसंख्यकों को नहीं छोड़ा है।
BJP JDS Alliance: जनता दल (सेक्युलर) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा ने भाजपा के साथ गठबंधन पर बचाव किया है। कहा कि चाहे हम कहीं भी हों, हमने अपनी पार्टी का धर्मनिरपेक्ष रुख नहीं छोड़ा है। हम अल्पसंख्यकों की रक्षा करते रहे हैं। धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
बेंगलुरु स्थित जेडीएस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने कहा कि उन्होंने अतीत में अल्पसंख्यकों को नहीं छोड़ा है। जाने नहीं दूंगा। हम उनकी रक्षा करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी के धर्मनिरपेक्ष रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
देवेगौड़ा ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करने के फैसले का बुधवार को बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य पार्टी को बचाना था। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि वह और जद (एस) अपनी धर्मनिरपेक्ष साख बरकरार रखेंगे और अल्पसंख्यकों को कभी निराश नहीं होने देंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि जद (एस) सत्ता की भूखी नहीं है और अवसरवादी राजनीति नहीं करती है। जद (एस) ने हाल में नयी दिल्ली में अपने नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा केसाथ बैठक के बाद भाजपा के साथ गठबंधन करने का ऐलान किया था।
देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘हमने कभी भी अपनी धर्मनिरपेक्ष साख से समझौता करके राजनीति नहीं की है और भविष्य में भी ऐसा करने का कोई सवाल ही नहीं है। मैं यह बहुत स्पष्ट रूप से कह रहा हूं। कुमारस्वामी के भाजपा नेताओं से मिलने से पहले, मैंने केंद्रीय गृह मंत्री (अमित शाह) से मुलाकात की थी। इसमें छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। मैंने शाह से कर्नाटक की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से बात की थी।’’
देवेगौड़ा ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसी के लिए डरने की कोई बात नहीं है, क्योंकि 50 साल के राजनीतिक संघर्ष में उन्होंने पार्टी द्वारा किसी भी समुदाय के साथ अन्याय नहीं होने दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मीडिया समेत सभी को पूरी तरह से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम सत्ता के भूखे राजनेता नहीं हैं।
मैंने पूरे राजनीतिक जीवन में अब तक प्रधानमंत्री के रूप में मुश्किल से डेढ़ साल और मुख्यमंत्री के रूप में 10 महीने का कार्यकाल निभाया। शाह के साथ प्रारंभिक चर्चा के बाद, मैंने खुद कुमारस्वामी को आगे बढ़ने के लिए कहा।’’
जद (एस) प्रमुख ने कहा, ‘‘निर्णय लेने से पहले भी, हमारी पार्टी के सभी 19 विधायकों, आठ एमएलसी और पराजित उम्मीदवारों से परामर्श किया गया था और उनकी राय थी कि हमें अब भाजपा के साथ गठबंधन करने के बारे में सोचना चाहिए।’’