भाजपा ने "जय श्रीराम" का नारा लगाकर नेताजी का अपमान कियाः ममता बनर्जी
By भाषा | Published: January 25, 2021 08:45 PM2021-01-25T20:45:33+5:302021-01-25T20:45:33+5:30
पुर्सुरा (पश्चिम बंगाल), 25 जनवरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और उस पर एक कार्यक्रम में 'जय श्रीराम' का नारा लगाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस का अपमान करने का आरोप लगाया। यह कार्यक्रम नेताजी की 125वीं जयंती के मौके पर आयोजित किया गया था।
बनर्जी ने कहा कि शनिवार को मुख्य पराक्रम दिवस कार्यक्रम के दौरान विक्टोरिया मेमोरियल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में उन्हें तानों एवं अपमान का सामना करना पड़ा।
भाजपा को ''बाहरी लोगों' का समूह और 'भारत जलाओ पार्टी'' बताते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा लगातार बंगाल के महापुरुषों का अपमान कर रही है और नेताजी भी ‘‘इस सूची में शामिल हो गए हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यहां एक रैली में कहा, ‘‘क्या आप किसी को अपने घर बुलाकर उसका अपमान करेंगे? क्या यह बंगाल या हमारे देश की संस्कृति है? अगर नेताजी के लिए नारे लगाए जाते तो मुझे कोई परेशानी नहीं होती। मैं उनको सलाम करती।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मेरा उपहास उड़ाने के लिए उन्होंने नारे लगाए जिनका कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं था। देश के प्रधानमंत्री के सामने मेरा अपमान किया गया। यह उनकी (भाजपा) संस्कृति है।’’
मुख्यमंत्री ने नारे लगाने वालों को "धार्मिक कट्टरपंथी" बताते हुए कहा कि उन्हें बंगाल की संस्कृति की कोई समझ नहीं है।
सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर शनिवार को आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में "जय श्रीराम" के नारे लगाए जाने के बाद बनर्जी ने कार्यक्रम को संबोधित नहीं किया था। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे।
बनर्जी ने आरोप लगाया कि भगवा दल विधानसभा चुनाव से पहले वोट के बदले नकद की पेशकश कर सकती है। उन्होंने लोगों से तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
उन्होंने दावा किया, " भाजपा आपको पैसे दे सकती है। अगर वे (पैसे) देते हैं तो आप इसे ले लेना, लेकिन जब आप मतदान केंद्र में प्रवेश करें तो वोट तृणमूल कांग्रेस को देना। भाजपा पूरी तरह से फर्जी पार्टी है। यह भारत जलाओ पार्टी है। वे मेरा अपमान कर सकती है लेकिन मैं पश्चिम बंगाल का अपमान सहन नहीं करूंगी।"
शख्सियतों के अपमान से संबंधित बनर्जी के आरोप पर भाजपा उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा कि नेताजी का अपमान करने वाली मुख्यमंत्री थीं।
उन्होंने कहा, " आरोप निराधार हैं। वह हैं जिन्होंने नेताजी का अपमान किया और कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने की कोशिश की। हमें उनसे सीखने की जरूरत नहीं है।"
बनर्जी ने सोशल मीडिया पर हाल में दो बंगाली अभिनेत्रियों को ट्रोल करने की घटनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि भाजपा महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानती है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, " अभिनेत्रियां मुझे बता रही थीं कि सोशल मीडिया पर कैसे उन्हें भयंकर परिणामों की धमकी दी गई और ट्रोल किया गया। "
उन्होंने कहा, "भाजपा और उसके सदस्यों की बंगाल की बेटियों को धमकाने की हिम्मत कैसे हुई? अगर हमारी बेटियों को किसी तरह से नुकसान पहुंचता है तो हम उन्हें (भाजपा) ऐसा सबक सिखाएंगे जिसे वे जिंदगी भर याद रखेंगे।"
दल बदलुओं को "विश्वासघाती" बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले नेताओं को फिर कभी पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा।
बनर्जी ने कहा, ‘‘जो (पार्टी) छोड़कर गए हैं, उन्हें पता था कि उन्हें आगामी चुनाव में टिकट नहीं मिलने वाला है। यह अच्छा है कि वे चले गए अन्यथा हम उन्हें निकाल देते.... जो पार्टी छोड़ना चाहते हैं, उन्हें जल्द से जल्द पार्टी छोड़ देनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ साल में लूटे गए धन की रक्षा के लिए लालची लोग भगवा खेमे में गए हैं।
बनर्जी ने कहा कि मानों की पार्टी "वाशिंग मशीन" हो गई हो जिसमें दागी नेता शामिल होते हैं और साफ होकर निकलते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया, " भाजपा तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को पार्टी में शामिल करने के लिए मजबूर करने के वास्ते पैसे की थैलियों और डराने के हथकंडों का इस्तेमाल कर रही है।"
मुख्यमंत्री ने राज्य में भाजपा के उभार के लिए माकपा और कांग्रेस को जिम्मेदार बताया।
बनर्जी ने बड़े जनादेश के साथ सत्ता में लौटने का विश्वास जताया और कहा कि आगामी चुनाव में भगवा दल की हार होगी।
उन्होंने कहा, " उन्होंने (भाजपा ने) कुछ मीडिया संगठन खरीद लिए हैं जो फर्जी सर्वेक्षण दिखाते हैं, भाजपा को ज्यादा सीटों का संकेत देते हैं।"
पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं।
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