भाटपारा हिंसाः भाजपा ने कहा, वहां लोग अपना काम नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पुलिस में उनका भरोसा खत्म हो गया
By भाषा | Published: June 25, 2019 08:35 PM2019-06-25T20:35:17+5:302019-06-25T20:35:17+5:30
शाह को रिपोर्ट सौंपने के बाद अहलुवालिया ने अलग-अलग समुदायों से जुड़े दो समूहों के बीच हिंसा के दौरान पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए। अहलुवालिया ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘वहां लोग अपना काम नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पुलिस में उनका भरोसा खत्म हो गया। पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है या भेदभावपूर्ण रवैया अपनाती है।’’
लोकसभा सदस्य एस एस अहलुवालिया के नेतृत्व वाले भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को पार्टी प्रमुख और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पश्चिम बंगाल के भाटपारा इलाके में हिंसा पर अपनी रिपोर्ट सौंपी और आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस भेदभावपूर्ण तरीके से काम कर रही है।
दल में सांसद सत्यपाल सिंह और बी डी राम भी थे। दोनों सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी हैं। यह दल शनिवार को भाटपारा गया था। उत्तरी 24 परगना जिले के इस शहर में बृहस्पतिवार को झड़पों में दो लोगों की मौत हो गयी थी और 11 अन्य घायल हो गए थे।
BJP delegation led by BJP MP SS Ahluwalia submits its report to BJP National President and Union Home Minister Amit Shah on BJP workers' killings and violence in Bhatpara, West Bengal. pic.twitter.com/zdqRLQnzD1
— ANI (@ANI) June 25, 2019
शाह को रिपोर्ट सौंपने के बाद अहलुवालिया ने अलग-अलग समुदायों से जुड़े दो समूहों के बीच हिंसा के दौरान पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए। अहलुवालिया ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘वहां लोग अपना काम नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पुलिस में उनका भरोसा खत्म हो गया। पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है या भेदभावपूर्ण रवैया अपनाती है।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल को इलाके में जाने से रोकने की कोशिश की और धारा 144 लागू होने के कारण उन्हें हवाईअड्डे पर रोक दिया। अहलुवालिया ने कहा कि रिपोर्ट में उन्होंने हिंसा प्रभावितों को वित्तीय मदद और उनके बच्चों को शिक्षा प्रदान किया जाना सुनिश्चित करने को कहा है।