फोनी तूफान को मात देने वाले नवीन पटनायक ओडिशा में 5वीं बार बनेंगे सीएम
By रजनीश | Published: May 23, 2019 01:22 PM2019-05-23T13:22:10+5:302019-05-23T13:22:10+5:30
ओडिशा चुनाव में बीजेपी ने भरपूर मेहनत किया था और नतीजे आने से पहले तक उसके बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद थी।
लोकसभा चुनाव 2019 के साथ ही चार राज्यों आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी संपन्न हुए हैं। सभी विधानसभा चुनाव के नतीजे भी 23 मई को आ रहे हैं। राज्य की सभी सीटों के रुझान को देखें 147 सीटों में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी) को 107 सीटों पर भारी बढ़त मिली है। अगर ये रुझान हकीकत में बदलते हैं तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की वापसी तय है।
ओडिशा चुनाव में बीजेपी ने भरपूर मेहनत किया था और नतीजे आने से पहले तक उसके बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद थी। लगातार आ रहे रुझान के मुताबिक बीजेपी को 26 और कांग्रेस को 11 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है।
फिलहाल नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी यहां सत्ता में है। 2014 में हुए चुनाव में बीजेडी ने 117 सीटें जीतते हुए स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। लगातार चार बार से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का दबदबा इस बार भी कायम दिख रहा है।
नवीन पटनायक की राजनीति एंट्री-
साल 1997 में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक का अचानक हार्ट अटैक की वजह से देहांत हो गया। बीजू पटनायक जनता दल के एक लोकप्रिय नेता थे। बीजू पटनायक की मौत के बाद पार्टी को कौन आगे ले जाएगा, इसे लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे थे। बीजू पटनायक के बेटे नवीन पटनायक की राजनीति में कोई ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी।
ओडिशा के बाहर पढ़ाई लिखाई करने वाले नवीन पटनायक को न तो ओडिशी भाषा सही से आती थी न ही कोई अनुभव था। ऐसे में पार्टी कौन संभालेगा यह बहुत बड़ी सवाल था। अचानक नवीन पटनायक को राजनीति में आने के लिए मनाया गया और नवीन राजनीति में अपना करियर शुरू करने के लिए मान भी गए।