बिहार: कार्तिक पूर्णिमा पर यहां लगता है दुनिया का सबसे बड़ा भूतों का मेला, तांत्रिक करते हैं 'भूत-खेली'
By एस पी सिन्हा | Published: November 19, 2021 05:12 PM2021-11-19T17:12:18+5:302021-11-19T17:12:18+5:30
बिहार के हाजीपुर के कोनहारा घाट पर हर साल 'भूतों का मेला' लगता है. गंगा-गंडक के संगम पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है. पूरी रात भूत प्रेत से जुड़ा अनुष्ठान चलता रहता है.
पटना: देश भले ही नई-नई तकनीक के उपयोग में आगे बढ़ता जा रहा है, लेकिन दूसरी तरफ आज भी कई लोग अंधविश्वास को बढ़ावा देते दिख जा रहे हैं. भूत-प्रेत जैसे अंधविश्वास से लोग उबर नही पा रहे हैं. वह भले ही मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में प्रवेश कर चुके हों. इसी कड़ी में इस साल भी कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर हाजीपुर के कोनहरा घाट हरिहर क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा भूतों का मेला लगा.
गंगा-गंडक के संगम पर अंधविश्वास का खेल
इस भूत मेले में एक रात में हजारों लोग बुरी आत्माओं और भूतों को अपने ऊपर से भगाने के लिए पहुंचे थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार हाजीपुर के कोनहारा घाट पर पूरे बिहार के तांत्रिक पहुंचकर भूत-खेली करते हैं और बुरी आत्माओं को शुद्ध करते हैं. गंगा-गंडक के संगम पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है. पूरी रात भूत प्रेत से जुड़ा अनुष्ठान चलता रहता है.
पवित्र स्नान के दौरान भारी संख्या में ओझा गुणियों और तांत्रिकों के अजीबोगरीब हरकत देखने को मिले. ऐसा लग रहा था कि यह पवित्र स्थान पूरी तरह भूतिया हो गया. कोनहारा घाट पर मौजूद तांत्रिक का दावा है कि इस कार्तिक पूर्णिमा में गंगा स्नान कराकर, नए भक्त को सिद्ध किया जाता है.
इलाज के नाम पर अजीबोगरीब हरकत
तांत्रिकों का दावा है कि कई फिल्म स्टार अभिनेता की आत्माओं को भी सिद्ध किया जाता है और बिना इलाज कराए हुए लोग स्वस्थ हो सकते हैं और जीवन खुशहाल हो सकती है. खास बात यह है कि तांत्रिकों के द्वारा अपने तंत्र विद्या से भोले भाले इंसानों खासकर महिलाओं को अपने झांसे में लिया जाता है और इलाज के नाम पर अजीबोगरीब हरकत किया जाता रहा. जिसे देखकर सभी हैरान रह जाते हैं.
कोनहरा घाट पर गाजे-बाजे और तांत्रिक मंत्र उच्चारण के साथ-साथ अजीबोगरीब आवाज के साथ भूत खेली का खेल होता है. कई तांत्रिक भोले भाले इंसानो के साथ अमानवीय व्यवहार भी करते नजर आये. तांत्रिकों का कहना है कि जहां बड़े-बड़े डॉक्टर इलाज करने में फेल हो जाते हैं, वैसे मरीजों का तांत्रिक विद्या से इलाज किया जाता है और वह ठीक हो जाता है.
भूत भगाने के अजब-गजब तरीके
मेले में अंधविश्वास के कई अनुष्ठान की अनोखी तस्वीर देखने को मिलती हैं. कहीं तो भूत भगाने के लिए महिलाओं को बालों से खींचा जाता है, तो कहीं छड़ी यानि स्थानीय भाषा में जिसे सन्टी कहते हैं, उनसे पिटाई की जाती है.
बता दें कि हाजीपुर का कोनहारा घाट ऐतिहासिक घाट है. मान्यता है कि इस घाट पर स्वयं भगवान विष्णु ने अवतार लिया था. इस घाट पर गज और ग्राह की लड़ाई हुई थी. जिसमें ग्राह गज को पानी में खींच कर डुबो रहा था. तब गज ने भगवान विष्णु को याद किया और प्रार्थना की तो वे गज की रक्षा करने के लिए हाजीपुर के घाट पर अवतारे और गज की जान बचाई.