क्या रामनवमी के जुलूस पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान से निकाले जाएंगे?, असदुद्दीन ओवैसी पर बरसे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
By एस पी सिन्हा | Published: April 19, 2022 05:02 PM2022-04-19T17:02:18+5:302022-04-19T17:03:32+5:30
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में ‘‘हिंदू लगभग विलुप्त हो रहे हैं और वहां मंदिरों का बड़े पैमाने पर विध्वंस’’ हुआ, लेकिन भारत ने आजादी के बाद नई मस्जिदों के निर्माण पर आपत्ति नहीं की और देश में मुसलमानों की आबादी में कई गुना वृद्धि हुई है.
पटनाः रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान देश के कई राज्यों में धार्मिक जुलूस पर हुए हमले की घटनाओं पर केंद्रीय मंत्री व भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा है कि यह देश में गंगा जमुनी तहजीब के दावे के विपरीत है.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के ऊपर बरसते हुए उन्हें नसीहत भी दी कि क्या रामनवमी और हनुमान जयंती के जुलूस अब पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान से निकाले जाएंगे? उन्होंने कहा कि हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित शोभायात्रा पर पथराव और कातिलाना हमला, यह साबित करता है कि देश को अस्थिर करना और अपनी ताकत को दिखाना ही उनकी मंशा है.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और ‘‘जिन्ना के डीएनए वाले धर्मनिरपेक्ष नेताओं’’ की इन टिप्पणियों पर उक्त बयान दिया कि हिंदुओं को धार्मिक जुलूस निकालते समय सांप्रदायिकता भड़कने से बचने के लिए मुस्लिम बहुल इलाकों में जाने से बचना चाहिए.
भाजपा नेता ने कहा कि आजादी के बाद देश में बड़ी संख्या में मस्जिद बनाई गई और मुसलमानों की आबादी में कई गुना बढ़ोतरी हुई. लेकिन कहीं से भी इस पर कोई विरोध दर्ज नहीं कराया गया. इसी दौरान पाकिस्तान में बड़ी तादाद में मंदिरों को तोड़ दिया गया और वहां की हिंदू आबादी अब विलुप्त होने के कगार पर हैं. उन्होंने कहा ऐसे में अब धैर्य जवाब दे रहा है.
असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोलते हुए गिरिराज सिंह ने उन्हें जिन्ना की सोच वाला बताया. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के बाद ओवैसी टाइप के लोग, जो कहते हैं, उस गली में क्यों गये? क्या उन्होंने देश को बांट दिया है कि यह हिंदू की गली है, वह मुसलमान की गली है. यह मानसिकता बता करके वह आपस में विभेद करना चाहते हैं.
गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं देश के तमाम ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज तक तो कभी ताजिया के जुलूस पर लाठी या भाला या पत्थरों से हमला नहीं हुआ है, कोई बता दे. कुछ लोग भारत में शरिया कानून लाना चाहते हैं, यह वही लोग हैं, जो कभी हिजाब के नाम पर कभी सीएए कानून के विरोध के नाम पर यह देश को तबाह और बरबाद करना चाहते हैं.
ये लोग जिन्ना के डीएनए वाले हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि किसी दूसरे आस्था वाले जुलूस पर कभी कोई हमला हुआ है? गिरिराज सिंह ने कहा कि जो देश में धार्मिक उन्माद फैलाते हैं, लेकिन देश के तथाकथित सेक्युलर पार्टी के लोग गंगा-जमुनी संस्कृति की बात करते हैं. आखिर ये कौन सी गंगा-यमुना संस्कृति है?
उन्होंने कर्नाटक हुबली, जलपाईगुड़ी, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में हुई घटना पर उन्होंने दुख जताते कहा एक आईआईटी ग्रेजुएट धार्मिक संस्थान में ऐसा कैसे कर सकता है? जिसके महंत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं. उन्होंने कहा कि 1947 में एक बार देश का बंटवारा हो चुका है. हमें ऐसी गलती दोबारा नहीं होने देना चाहिए.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ये इस देश में नहीं चलने वाला है. लोग हमारी सहिष्णुता की परीक्षा नहीं लें. इसका समय अब बीत रहा है. पाकिस्तान में जो हमारी मंदिरें थी वो टूट गईं और हमारी बेटियां मंडप तक से उठ गईं. उन्होंने कहा कि 3 करोड़ से 30 करोड़ तक होने के बाद भी हमने गले लगाया. आपके तीन हजार से तीन लाख मस्जिद हुए तब भी आपत्ति दर्ज नहीं कराया.
जबकि हमारी मंदिरें टूट गईं और आबादी गिर गई. गिरिराज सिंह ने दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हाल में हुई घटना को लेकर कहा कि ऐसी घटना उधर होती तो राहुल गांधी जैसे लोग पॉलटिकल टूरिज्म करने जाते और लालू यादव जो बीमार हैं वो भी उठकर चले जाते और कुछ भी मांग करते.
उन्होंने कहा कि भारत के अंदर हमारी धार्मिक स्वतंत्रता और देवी देवता के पूजा पर ना रोक लगा है और ना ही लगेगा. गिरिराज सिंह ने चेतवनी भरे लहजे में फिर दोहराया कि ऐसे लोग कान खोल कर सुन लें, भारत में रामनवमी जुलूस, हनुमान जयंती नहीं मनेगा, इन अवसरों पर शोभायात्रा नहीं निकलेगी, तो क्या यह बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान या अन्य देशों में होगा?