बिहारः ईंट भट्टा पर काम करने वाले मजदूर को हाईकोर्ट के आदेश पर दी गई सुरक्षा, हर वक्त साथ रहेगा बॉडीगार्ड, जानें
By एस पी सिन्हा | Published: January 20, 2023 03:03 PM2023-01-20T15:03:53+5:302023-01-20T15:08:53+5:30
पटना हाईकोर्ट ने इस मामले पर पहल की और पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया। इस संबंध में अधिवक्ता शिवनंदन भारती ने कहा कि संतोष और उनकी मां की गवाही के आधार पर आरोपी को सजा मिलेगी।
पटनाः पटना हाईकोर्ट के आदेश पर भागलपुर में ईंट भट्टा पर मजदूरी करने वाले संतोष को बॉडीगार्ड मुहैया कराया गया है। संतोष की सुरक्षा के लिए एक बॉडीगार्ड हर वक्त साथ रहेगा। दरअसल भागलपुर में ईंट भट्टा पर मजदूरी करने वाले संतोष की जान पर खतरा मंडरा रहा था, ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने सरकार को यह आदेश दिया कि उसकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। इसके बाद उसे बॉडीगार्ड दिया गया।
पीड़ित संतोष ने बताया कि उसकी मां को गांव के कुछ दबंग डायन कहकर प्रताड़ित किया करते थे और विरोध करने पर मारपीट करते थे। जिससे परेशान होकर संतोष ने दबंगों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया। इस बात की खबर मिलते ही दबंग केस को उठाने के लिए दवाब बनाने लगे। जब संतोष ने केस वापस लेने से इनकार कर दिया तब दबंगों ने उसके 9 साल के छोटे भाई की निर्मम हत्या कर दी।
संतोष इस हादसे के बाद काफी डर गया और दबंगों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर थाने गया। डीएसपी और एसपी तक से न्याय की गुहार लगायी। लेकिन कार्रवाई नहीं होता देख पीड़ित संतोष पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता शिवनंदन भारती के पास पहुंचा और अपनी आपबीती बताई। पीड़ित संतोष की बातों को अधिवक्ता शिवनंदन भारती ने कोर्ट में रखा और पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराने जाने की मांग की।
पटना हाईकोर्ट ने इस मामले पर पहल की और पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया। इस संबंध में अधिवक्ता शिवनंदन भारती ने कहा कि संतोष और उनकी मां की गवाही के आधार पर आरोपी को सजा मिलेगी। इस घटना पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक युग में किसी को डायन कहकर प्रताड़ित करना कहा तक उचित है। यही नहीं महिला के बेटे की हत्या तक कर दी गई है। लगातार मिल रही धमकी के बाद पीड़ित ने उच्च न्यायालय से सुरक्षा की गुहार लगायी थी। जिसके बाद न्यायालय ने पहल की। इस तरह के फैसले से न्यायपालिका के प्रति आस्था और बढ़ेगी।
वही संतोष की सुरक्षा में लगाए गये, जवान जीतेंद्र ने बताया कि अक्सर वीआईपी की सुरक्षा का जिम्मा उनके कंधों पर रहती है, लेकिन आज आम जनता की सुरक्षा का दायित्व उन्हें सौंपा गया है। संतोष की सुरक्षा अब हमारी जिम्मेदारी है। जब तक मैं हूं तब तक इनकी जान की गारंटी मेरे कंधों पर है। यदि कोई गोली चलेगी तो सबसे पहले मेरे सीने पर लगेगी।