बिहार: तेज प्रताप यादव ने 'ठाकुर का कुआं' के विवाद पर कहा, 'आज के ठाकुर जातिगत वर्चस्व के नाम पर दिखावा करते हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 29, 2023 03:04 PM2023-09-29T15:04:18+5:302023-09-29T15:17:26+5:30
राजद नेता तेज प्रताप यादव ने 'ठाकुर का कुआं' विवाद में मनोज झा का बचाव करते हुए कहा कि आज के ठाकुर जातिगत वर्चस्व के नाम पर दिखावा करते हैं।
पटना:बिहार की महागठबंधन सरकार में सत्ता साझा कर रही राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड के बीच ओम प्रकाश वाल्मीकि की लिखी कविता 'ठाकुर का कुआं' को लेकर जुबानी जंग चल रही है। दरअसल इसकी शुरूआत उस वक्त हुई, जब राजद सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में महिला बिल पर बोलते हुए 'खेत ठाकुर का... बैल ठाकुर का...' का जिक्र किया था।
जिसके कारण बिहार में राजद के साथ सत्ता की साझेदारी कर रही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के कई नेताओं ने सांसद मनोज झा पर हमला बोल दिया है और लगातार उन पर सवर्णों के अपमान का आरोप लगा रही है। इस बीच राजद मनोज झा के बचाव में उतर गई है और इसी क्रम में राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार में पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को कहा, "आज के ठाकुर जातिगत वर्चस्व के नाम पर दिखावा करते हैं।"
सांसद मनोज झा के संसद में पढ़ी गई 'ठाकुरों' की कविता पर जदयू के नेता दोफाड़ नजर आ रहे हैं। एक तरफ ललन सिंह ने मनोज झा के बयान का बचाव किया है। ललन सिंह ने कहा, "मनोज झा द्वारा दिया गया भाषण अपने आप में एक प्रमाण है कि यह किसी विशेष जाति या धर्म पर लक्षित नहीं था। भारतीय जनता पार्टी का काम समाज में तनाव पैदा करना और भावनाओं को भड़काकर वोट आकर्षित करना है।"
वहीं जदयू एमएलसी संजय सिंह ने झा के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा, "मनोज झा माफी मांगे।" केवल संजय सिंह ही नहीं बल्कि जदयू के अन्य राजपूत नेता भी राजद सांसद झा पर हमलावर हैं, वहीं राजद बेहद मजबूती के साथ मनोज झा के साथ खड़ी है और समाजवाद की बात करते हुए उनका बचाव कर रही है। लेकिन जदयू के राजपूत नेता इस मामले में मनोज झा की आलोचना करने से मान नहीं रहे हैं।
जदयू एमएलसी संजय सिंह ने राजद सांसद मनोज झा की आलोचना करते हुए कहा, "ऐसे बयान समाज में विभाजन पैदा करते हैं। हम सभी जाति और धर्म के लोगों को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार के साथ हैं। मनोज झा को इसका करारा जवाब मिलेगा। यह अशोभनीय बयान है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।"
मालूम हो कि कि पिछले हफ्ते राज्य सभा में महिला कोटा विधेयक पर चर्चा के दौरान राजद सांसद मनोज झा द्वारा पढ़ी गई 'ठाकुरों' पर एक कविता की तीखी आलोचना हुई थी क्योंकि कई राजनीतिक नेताओं ने इसकी निंदा की थी और उनसे माफी की मांग की थी।
महिला कोटा विधेयक में ओबीसी को ध्यान में रखने की मांग के बीच मनोज झा ने कवि ओम प्रकाश वाल्मिकी द्वारा लिखित कविता 'ठाकुर का कुआं' का पाठ किया था। इस बीच, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने राजद सांसद की टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा कि यह किसी विशेष जाति पर लक्षित नहीं है।