बिहारः आरक्षण से नाराज छात्र ने सीएम नीतीश पर फेंकी चप्पल, जेडीयू नेताओं ने जमकर धुना
By एस पी सिन्हा | Published: October 11, 2018 04:10 PM2018-10-11T16:10:52+5:302018-10-11T16:10:52+5:30
Slippers thrown at CM Nitish Kumar: जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह सहित अन्य बडे नेता बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे।
पटना, 11 अक्टूबरःबिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में एक युवक ने उन पर चप्पल फेंकने की कोशिश की है। घटना शहर के बापू सभागार की है, जहां आज जदयू की छात्र इकाई छात्र समागम का कार्यक्रम हो रहा है। इसी दौरान सभा में मौजूद एक शख्स ने मंच की तरफ चप्पल फेंक दिया। गनीमत यह रही कि मंच से दूर होने के कारण युवक का चप्पल मंच तक नहीं पहुंच सका।
इस घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने छात्र को पकड़कर जमकर पीटा है। जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने युवक को बाहर निकाल दिया है। बता दें कि जदयू की तरफ से छात्र समागम समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान जदयू के बडे नेताओं में प्रशांत किशोर भी वहां मौजूद थे।
जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह सहित अन्य बडे नेता बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे। नीतीश पटना में कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मंच पर बैठे हुए थे तभी उनको निशाना बनाते हुए वहां मौजूद एक युवक ने चप्पल फेंक दी। चप्पल फेंकने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत युवक को हिरासत में ले लिया। लेकिन इससे पहले वहां मौजूद जदयू नेताओं ने लडके की जमकर धुनाई कर दी।
जिस युवक ने इस घटना को अंजाम दिया है, उसका नाम चन्दन बताया जा रहा है जो कि बिहार के ही औरंगाबाद का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक युवक ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर इस घटना को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद कार्यक्रम में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट में हुए संशोधन के विरोध में प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है। लेकिन पहली बार किसी शख्स ने इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री को टारगेट किया है। बताया गया है कि आरोपी छात्र का नाम चंदन तिवारी है। वहीं आरोपी छात्र की मानें तो आरक्षण को लेकर उसने यह कदम उठाया है।