बिहार: माइक तोड़ने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक को दो दिनों के लिए किया सदन से निलंबित
By एस पी सिन्हा | Published: March 14, 2023 06:54 PM2023-03-14T18:54:53+5:302023-03-14T18:54:53+5:30
संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सदन में भाजपा विधायक लखेंद्र कुमार ने माइक तोड़ दिया, ये आसन और सदन का अपमान है। उन्होंने कहा कि सदन सुचारु रूप से चले इसलिए लखिन्द्र पासवान खेद प्रकट करें नहीं तो कार्रवाई करना पड़ेगा।

बिहार: माइक तोड़ने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक को दो दिनों के लिए किया सदन से निलंबित
पटना: बिहार विधानसभा की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद दूसरी पाली में शुरू होते ही माइक प्रकरण मामले पर ठन गई। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदन में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को बोलने का मौका दिया। जिसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी के विधायक पर लगे आरोप पर कहा कि वो माइक तोड़ नहीं रहे थे बल्कि वो माइक खोल रहे थे।
इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे के आमने-सामने आ गए। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सदन में भाजपा विधायक लखेंद्र कुमार ने माइक तोड़ दिया, ये आसन और सदन का अपमान है। उन्होंने कहा कि सदन सुचारु रूप से चले इसलिए लखिन्द्र पासवान खेद प्रकट करें नहीं तो कार्रवाई करना पड़ेगा।
जिसके बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सदन में उठ खड़े हो गए और कहा कि ऐसे नहीं बल्कि ऐसे माइक खुलता है। वहीं, इस पुरे मामले को सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक लखिन्द्र पासवान को दो दिनों के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया। जिसके बाद भाजपा के नेता बेल में आकर हंगामा करने लगे।
इतना ही नहीं विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का जोरदार विरोध करते हुए सदन का बहिष्कार कर दिया। दरअसल, भाजपा विधायक लखेन्द्र पासवान ने सेविका और सहायिका को दिए जाने वाले मानदेय को सम्मानजनक बनाए जाने को लेकर सवाल उठाया। इस दौरान कांग्रेस और माले विधायक ने रोकटोक की, जिससे नाराज विधायक ने माइक को ही तोड़ दिया। जिसके बाद भारी हंगामा देखने को मिला।
भाजपा विधायक लखेन्द्र पासवान ने सेविका को 15 हजार और सहायिका को 10 हजार दिए जाने की मांग की थी। जिसपर मंत्री मदन सहनी ने कि बिहार सरकार सेविका को मानदेय के रूप में 5950 रूपए दिए जाते हैं, जिसमे केंद्र सरकार की ओर से 4500 रूपए दिए जाते हैं। अगर केंद्र सरकार राशि बढ़ाती है तभी राज्य सरकार दे पाएगी।
मंत्री मदन सहनी के जवाब पर भाजपा विधायक लखेंद्र पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार पैसा दे रही है, राज्य सरकार अपना अंश बढ़ाये। इसी बीच माले विधायकों ने बीच में रोकटोक शुरू कर दी, जिसपर भाजपा विधायक ने माइक पर ही अपना गुस्सा निकल दिया और उसे तोड़ दिया। जिसके बाद भाजपा विधायक और सत्ता पक्ष भी आमने सामने आ गए।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने लखेंद्र पासवान को चेतावनी दे दी। जिसपर नेता प्रतिपक्ष विजय सिंह भी भड़क गए और भाजपा विधायकों के साथ वेल में भी धरने पर बैठ गए। हंगामा बढ़ते ही अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही भोजनावकाश से पहले ही स्थगित कर दी।
वहीं, लखेंद्र पासवान ने अपनी सफाई में कहा कि वह आंगनबाड़ी सेविकाओं के मानदेय को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान उनका माइक बंद कर दिया गया। सत्ता पक्ष की ओर से मेरे लिए अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया गया। गालियां दी गई। उन्होंने कहा कि मैंने माइक तोड़ा नहीं, माइक खुल गया।