बिहार: एसआईटी ने बीपीएससी पर्चा लीक के मास्टरमाइंड के नाम को किया उजागर, बताया एनआईटी से ग्रेजुएट आनंद गौरव को मुख्य आरोपी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 15, 2022 05:21 PM2022-05-15T17:21:02+5:302022-05-15T17:30:14+5:30
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पर्चा लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बताया है कि पर्चा लिक कराने के पीछे मुख्य रूप से आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव नाम का शख्स जिम्मेदार है। एसआईटी ने बताया कि आनंद पटना के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट है।
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पर्चा लीक मामले की छानबीन कर रही स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम ने इस कांड के मास्टर माइंड के नाम का खुलासा कर दिया है।
एसआईटी के मुताबिक पर्चा लिक कराने के पीछे मुख्य रूप से आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव नाम का शख्स जिम्मेदार है। एसआईटी ने बताया कि पटना के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन करने वाले आनंद गौरव ने बिहार लोक सेवा आयोग को चमका देते हुए सिविल सेवाओं के लिए आयोजित प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक को लिक किया।
समाचार वेबसाइट 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक फिलहाल एसआईटी आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव को गिरफ्तार नहीं कर सकती लेकिन उसे पकड़ने के लिए पुलिस तेजी से छापेमारी कर रही है। एसआईटी के सामने आनंद गौरव के नाम का खुलासा तब हुआ, जब उसके करीबी राजेश कुमार ने कड़ी पूछताछ में अपने मुंह से उसका नाम उगला।
एसआईटी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबितक बिहार सरकार के कृषि विभाग में बतौर सहायक काम करने वाले राजेश ने पूछताछ में बताया कि बीपीएससी परीक्षा में शामिल होने उम्मीदवारों को प्री-परीक्षा का पर्चा देने के लिए 8 से 10 लाख रुपये के बीच लिया गया था।
बताया जा रहा है कि गौरव इस तरह के कांड का शातिर खिलाड़ी है और इससे पहले भी साल 2015 में हुए यूपी शिक्षक नियुक्ति घोटाले में उसका नाम इलाहाबाद में उजागर हुआ था। एसआईटी के एक सदस्य ने कहा कि गौरव परीक्षा में पेपर लीक कराने के अलावा एक हत्या के मामले में भी वांछित है
बीपीएससी पर्चा लीक होने बाद नीतीश सरकार ने सख्ती दिखाते हुए मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार के नेतृत्व में 14 सदस्यीय एसआईटी बनाई है। एसआईटी ने पटना के कदमकुआं इलाके के लोहानीपुर में छापा मारकर अब तक कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी के समय आरोपियों के पास से लैपटॉप, पेन ड्राइव, ब्लू टूथ पेन कैमरा, वॉकी-टॉकी, मेटल डिटेक्टर, जीपीएस डिवाइस सहित कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के अलावा 2.92 लाख रुपया नकद बरामद किया गया है। गिरफ्तार किये गये लोगों में राजेश कुमार, निशिकांत कुमार राय, कृष्ण मोहन सिंह और सुधीर कुमार सिंह हैं, जो मास्टर माइंड आनंद गौरव के बेहद खास हैं।
इस मामले में बिहार पुलिस के एडीजी नैयर हसन खान ने कहा कि सभी आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज किया जा रहा है और मुख्य आरोपी आनंद गौरव को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और वो भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।