400 कुख्यात माफियाओं की पहचान, सम्राट चौधरी बोले-अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति, सरेंडर करो नहीं तो मारे जाओगे?
By एस पी सिन्हा | Updated: November 25, 2025 16:49 IST2025-11-25T16:48:22+5:302025-11-25T16:49:47+5:30
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के द्वारा पटना के पटेल भवन में गृह मंत्री का जब कार्यभार संभाल रहे थे तो उनके साथ गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी और डीजीपी विनय कुमार भी मौजूद थे।

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पटनाःबिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों के पदभार ग्रहण करने का सिलसिला आज भी जारी रहा। इसी क्रम में राज्य के नए गृह मंत्री के रूप में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मंगलवार को पदभार ग्रहण किया। इससे पहले वह सोनपुर स्थित प्रसिद्ध बाबा हरिहर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे थे। इसके बाद पटना स्थित बिहार पुलिस मुख्यालय में सम्राट को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वहीं, पदभार ग्रहण करने के बाद सम्राट चौधरी कानून-व्यवस्था को लेकर बड़ा रूपरेखा स्पष्ट कर दिया। गृह विभाग की कमान संभालने के तुरंत बाद सम्राट चौधरी ने डीजीपी विनय कुमार के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राज्य में अपराध, माफिया नेटवर्क और महिलाओं के खिलाफ अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति लागू होगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में सुशासन की स्थापना की है और नई सरकार उसे और सख्ती के साथ आगे बढ़ाएगी। सड़क पर स्कूल-कॉलेज के बाहर रोमियो बनने वालों की भी खैर नहीं है। सम्राट चौधरी ने कहा कि जो अपराधी हैं चाहे वो किसी भी स्तर के माफिया हो, जमीन माफिया हो, बालू माफिया या शराब माफिया हो उसको चिहिन्त करने का काम किया जाएगा।
उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे पास जितने भी स्कूल और कॉलेज हैं "पिक पेट्रोलिंग" के तर्ज पर सभी जगह कोई रोमियों घूम ना सके, कोई हमारी बहनों को छेड़ ना सके इसके लिए विशेष फोर्स लगाने का काम किया जाएगा। स्कूल की छुट्टी पर विशेष तौर अभियान चलाकर वहां पर पुलिस फोर्स को तैनात किया जाएगा और छेड़खानी ना हो सके इसके लिए काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस की प्राथमिकता है कि अपराधियों पर कार्रवाई, सुशासन, स्पीडी ट्रायल चलाना ये सभी अभियान पुलिस के द्वारा चलाया जाएगा। साथ साथ ही साथ जेल को पूरी तरह निगरानी में रखा जाएगा, जेल में मोबाइल कैसे जाता है, इसकी निगरानी की जाएगी। जेल में खाना किसी भी कीमत पर डॉक्टर का जब तक सहमति नहीं होती नहीं जाएगा।
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार जेल में पर्याप्त खाना देती है। ऐसे में अगर बाहर से खाना जाता है कि संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। साइबर क्राइम को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि साइबर क्राइम और साइबर फ्रॉड पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्रेस कांफ्रेंस में सम्राट चौधरी का रुख बेहद सख्त नजर आया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां-जहां अपराधी सक्रिय हैं, वहां पुलिस को बिना किसी दबाव के सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून का पालन करने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन अपराधियों के लिए बिहार में अब कोई जगह नहीं। सम्राट चौधरी ने जेलों में व्याप्त अनियमितताओं को खत्म करने का फैसला भी स्पष्ट किया।
सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर गाली देना, धमकी देना, अफवाह फैलाना या किसी की छवि खराब करने की कोशिश करना भी कानूनी कार्रवाई के दायरे में आएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायत मिलने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी और आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार अपराधियों की आर्थिक कमर तोड़कर संगठित अपराध को खत्म करने की रणनीति लागू कर रही है।
चौधरी ने बताया कि राज्य में अभी तक 400 कुख्यात माफियाओं की पहचान की जा चुकी है और उनकी संपत्ति जब्त करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि दो माफियाओं की संपत्ति जब्त करने के लिए न्यायालय से अनुमति मिल चुकी है और बहुत जल्द बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू होने वाली है। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में राज्य में संगठित अपराध को पूरी तरह समाप्त करने की योजना लागू की जाएगी।
बता दें कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के द्वारा पटना के पटेल भवन में गृह मंत्री का जब कार्यभार संभाल रहे थे तो उनके साथ गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी और डीजीपी विनय कुमार भी मौजूद थे। इस मौके पर पूर्व डीजीपी नीलमणि, केएस द्विवेदी, डीएन गौतम भी आए थे। बिहार में नीतीश सरकार के कार्यकाल में पहली बार भाजपा को गृह विभाग मिला है।
साल 2005 के बाद से राज्य में जब भी एनडीए की सरकार रही, यह विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही रहा। 2025 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जब नीतीश के नेतृत्व में ही नई सरकार का गठन हुआ तो उन्होंने सबसे अहम माने जाने वाला गृह विभाग छोड़ दिया और भाजपा को दे दिया। पिछली सरकार में वित्त विभाग संभालने वाले सम्राट चौधरी को भाजपा ने इस बार गृह मंत्री बनाया है। वहीं, वित्त विभाग जदयू को दे दिया गया है। नीतीश की पार्टी के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र यादव को वित्त मंत्री बनाया गया है।