Bihar Rajya Sabha Election: लालू यादव की बेटी मीसा भारती दोबारा जाएंगी उच्च सदन, अनिल हेगडे़ होंगे जदयू उम्मीदवार, जानें समीकरण
By एस पी सिन्हा | Published: May 16, 2022 04:08 PM2022-05-16T16:08:17+5:302022-05-16T16:15:03+5:30
Bihar Rajya Sabha Election: बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 243 है. अगर पांच उम्मीदवार ही नामांकन दाखिल करते हैं तो मतदान की जरूरत नहीं पड़ेगी और सभी का निर्विरोध निर्वाचन हो जायेगा.
Bihar Rajya Sabha Election: बिहार की राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं. इसमें केंद्रीय मंत्री व जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है.
ऐसे में राज्यसभा चुनाव को लेकर सूबे में सियासत गर्मा गई है. इस बार बिहार विधानसभा में विधायकों का जो गणित है, उसमें भाजपा 2 और राजद के 2 उम्मीदवारों का जीतना तय है, जबकि जदयू को एक सीट से संतोष करना पड़ेगा. ऐसे में राजद कोटे से मीसा भारती का फिर से राज्यसभा जाना करीब-करीब तय है.
राजद के खाते में 76 विधायक
चारा घोटाले के मामले में झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद लालू प्रसाद यादव वर्तमान में अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के दिल्ली आवास पर ही रह रहे हैं. लालू परिवार से सांसद के तौर पर मीसा भारती अकेली हैं. बड़ी बेटी होने के लिहाजा से मीसा का अपने परिवार में पकड़ भी है. लिहाजा उन्हें फिर से राज्यसभा जाने में कोई रुकावट नहीं दिखती है.
राजद के खाते में 76 विधायक हैं. वहीं वामदलों का भी समर्थन है. इस लिहाज से राजद को एक और सीट मिलने में कोई बाधा नहीं है. लेकिन राजद कोटे से दूसरे सीट के लिए अब चर्चाओं का बाजार गर्म है. इसको लेकर कई नामों की चर्चा है. एक नाम तो जाने-माने वकील कपिल सिब्बल का है.
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को राज्यसभा...
अगर राजद प्रमुख बडे़ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजते हैं तो उन्हें मुकदमों की पैरवी में मदद मिल सकती है. वहीं दूसरे नाम की चर्चा मुंबई से जुड़ा है. इसमें बाबा सिद्दीकी के नाम पर चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं. बाबा सिद्दीकी बॉलीवुड से रिश्ते को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं. पिछले कुछ दिनों से बिहार में भी काफी सक्रिय रहे हैं.
जदयू- भाजपा कोटे से 2-2 और राजद का एक सीट खाली हो रहा
इसके साथ हीं राज्यसभा की पांच सीटों में जदयू कोटे से आरसीपी सिंह के अलावे भाजपा कोटे से गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दूबे शामिल हैं. जबकि एक सीट शरद यादव की है, जिनकी सदस्यता खत्म होने की वजह से वो सीट पहले से ही खाली है. इस तरह से जदयू- भाजपा कोटे से 2-2 और राजद का एक सीट खाली हो रहा है.
इन्हीं पांच सीटों पर चुनाव होने हैं. बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 243 है. अगर पांच उम्मीदवार ही नामांकन दाखिल करते हैं तो मतदान की जरूरत नहीं पड़ेगी और सभी का निर्विरोध निर्वाचन हो जायेगा. अगर 5 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया तभी मतदान की जरूरत पड़ेगी.
बिहार विधानसभा में भाजपा के पास 77 विधायक
बिहार विधानसभा में भाजपा के पास 77 विधायक हैं. वहीं राजद के खाते में 76 विधायक हैं. जबकि जदयू तीसरे नबंर पर है. नीतीश कुमार की पार्टी के पास सिर्फ 45 विधायक और एक निर्दलीय का समर्थन है. इस हिसाब से जदयू को एक राजद को 2 और भाजपा को जीतनराम मांझी के 4 विधायकों की बदौलत दूसरी सीट भी मिलना तय है.
इसबीच, महेंद्र प्रसाद यानी किंग महेंद्र के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए होने वाले उप चुनाव के लिए अनिल हेगडे़ जदयू के उम्मीदवार होंगे. संभावना यह है कि वह निर्विरोध चुने जाएंगे. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अनिल हेगड़े की उम्मीदवारी की आधिकारिक तौर पर जानकारी दी.
जार्ज फर्नांडिस के सहयोगी रहे अनिल हेगडे़ कर्नाटक के रहने वाले हैं और लंबी अवधि से जदयू में है. वर्तमान में वह जदयू के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी हैं. अनिल हेगडे़ किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहे हैं. लंबी अवधि से वह जदयू के संगठन का काम देख रहे हैं.