उपेन्द्र कुशवाहा के द्वारा तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार नहीं किये जाने पर राजद ने खोला मोर्चा, कहा- जनता मुख्यमंत्री मान चुकी है
By एस पी सिन्हा | Published: February 8, 2023 05:19 PM2023-02-08T17:19:13+5:302023-02-08T17:19:13+5:30
जदयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा के बयान पर पलटवार करते हुए राजद ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव को पहले ही बिहार की जनता अपना मुख्यमंत्री मान चुकी है।
पटना: जदयू के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र कुशवाहा के द्वारा तेजस्वी यादव का नेतृत्व कभी भी स्वीकार नहीं किए जाने के ऐलान के बाद सियासत गर्मा गई है। उपेन्द्र कुशवाहा के बयान पर पलटवार करते हुए राजद ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव को पहले ही बिहार की जनता अपना मुख्यमंत्री मान चुकी है।
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घोषणा कर चुके हैं कि बिहार की महागठबंधन में 2025 का चुनाव तेजस्वी के चेहरे के साथ लड़ा जाएगा। जिसको लेकर आज उपेंद्र कुशवाहा ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी।
वहीं, उपेंद्र कुशवाहा को जवाब देते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन में तेजस्वी यादव पहले से ही मुख्यमंत्री पद के लिए नेता घोषित हैं, यह नई बात नहीं है। अभी सिर्फ स्थिति ऐसी बनी कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया।
उन्होंने कहा कि जहां तक बिहार की जनता के बीच तेजस्वी की स्वीकार्यता का सवाल है तो 2020 के चुनाव में सभी ने देखा है कि जनता ने उनके नेतृत्व को किस प्रकार से स्वीकार किया था और राजद को सबसे बड़ी पार्टी बनाया था।
मृत्युंजय तिवारी ने उपेंद्र कुशवाहा को चेतावनी देते हुए कहा सभी को पता है कि वह किसके इशारे पर महागठबंधन के खिलाप अनाप-शनाप बोल रहे हैं। कुशवाहा के लिए हमलोग इतना ही कहना चाहेंगे कि अभी वह महागठबंधन में हैं। ऐसे में महागठबंधन की नाव पर सवार होकर उसी नाव में छेद नहीं करें, वरना उनके खिलाप कार्रवाई किए जाने की मांग की जाएगी।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ एक के बाद एक आरोप लगा रहे हैं। वहीं अब उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को उन्होंने साफ कर दिया है कि उन्हें किसी भी सूरत में तेजस्वी यादव का नेतृत्व कभी भी स्वीकार नहीं होगा।