बिहारः शराबबंदी कानून को किसी भी कीमत पर वापस नहीं लेंगे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा-शराब बहुत बुरी चीज, पीओगे तो मरोगे...
By एस पी सिन्हा | Updated: November 15, 2021 19:49 IST2021-11-15T19:48:21+5:302021-11-15T19:49:09+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसे और प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए जागरूकता अभियान फिर से चलाया जाएगा.

शराबबंदी से अपराध में कमी आई है. हादसे कम हुए हैं. उन्होंने साफ कर दिया कि शराबबंदी कानून से वे एक कदम पीछे हटने वाले नही हैं.
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकार शराबबंदी कानून को वापस किसी भी कीमत पर नहीं लेने वाली है. उन्होंने कहा है कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू रहेगी. नीतीश ने कहा कि शराब बहुत बुरी चीज है. पीओगे तो मरोगे... लोग कैसे शराब पी रहे हैं और यह कैसे मिल भी रहा है, जिससे लोगों की मौतें हो रही हैं.
हम एक-एक चीज पर कल बात करेंगे. दारू पीना कितना खतरनाक है यह लोगों तक पहुंचाएंगे और लोगों को जागरूक करेंगे. इसे लेकर लोगों सचेत रहने की बात कही जाएगी. साप्ताहिक जनता दरबार के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसे और प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए जागरूकता अभियान फिर से चलाया जाएगा.
इसको लेकर मंगलवार को वे समीक्षात्मक बैठक करने वाले हैं. इसमें एक-एक बिंदु की समीक्षा की जाएगी. समीक्षा बैठक में तमाम मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे. हर जिलों के डीएम, एसपी और संबंधित अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक से जुड़ेंगे. शराबबंदी को लेकर एक एक चीज की जानकारी ली जाएगी.
राजनीतिक दलों पर भड़कते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी पर कुछ लोग मेरे खिलाफ ही हो गये हैं. जबकि राजनीतिक दलों को यह बात प्रचारित करनी चाहिए की शराब बुरी चीज है..पीओगे तो मरोगे. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से अपराध में कमी आई है. हादसे कम हुए हैं. उन्होंने साफ कर दिया कि शराबबंदी कानून से वे एक कदम पीछे हटने वाले नही हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के पक्ष में और प्रचार-प्रसार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम यह भी समीक्षा करेंगे कि कितने लोगों ने शिकायत किया और उस पर क्या कार्रवाई हुई? अगर कोई गलत करता है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी. कौन लोग पकड़ाये यह भी देखेंगे.
नीतीश ने कहा कि शराबबंदी को लेकर हमने तो लोगों की बातें सुनी, महिलाओं की बाते सुनी उसके बाद ही शराबबंदी कानून को लागू किया. सर्वसम्मती से यह लागू किया गया. शराबबंदी कानून को लागू करने में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की रजामंदी थी. एकजुट होकर सभी लोगों ने संकल्प लिया था.
बिहार के लोगों के बारे में गलतफहमी पैदा की जाती है. बिहार के लोग बहुत अच्छे हैं, लेकिन चंद लोग गडबड हो गये है. विपक्षी दलों समेत भाजपा की तरफ से भी शराबबंदी कानून की समीक्षा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी अभियान में कहीं कोई कमी नहीं है. कुछ लोग इधऱ-उधर करते हैं.
कुछ लोग बोल रहे हैं, उसका कोई मतलब नहीं है. यह कहना ठीक नहीं है कि कुछ लोग मेरे खिलाफ हो गये हैं. हम बापू की बात मानते हैं. वे शराबबंदी की बात करते थे. हमने उसे लागू किया है. शराबबंदी तो सर्वसम्मति से लागू किया गया था तब किसी ने तो एतराज नहीं जताया फिर अब क्यों विरोध कर रहे हैं?