बिहार में JDU के पोस्टर पर गरमाई राजनीति, शुरू हुआ पोस्टरवार, BJP ने भी तरेरी आंखें
By एस पी सिन्हा | Published: September 3, 2019 04:56 PM2019-09-03T16:56:31+5:302019-09-03T16:56:31+5:30
बिहारः अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक दिन पहले ही जदयू ने चुनाव का स्लोगन जारी करते हुए पोस्टर लगाया था. इसमें लिखा था, 'क्यों करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार'.
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर जदयू के नए स्लोगन के बाद बिहार में न केवल पोस्टर की सियासत शुरू हो गई है, बल्कि जदयू की सहयोगी भाजपा ने भी इसपर अपनी आपत्ति जताई है. जदयू के पोस्टर के बाद अब राजद ने भी पोस्टरबाजी की है. पार्टी कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें नीतीश कुमार और वर्तमान सरकार पर जबरदस्त कटाक्ष किया गया है. जबकि जदयू की सहयोगी भाजपा युवा मोर्चा के सक्रिय कार्यकर्ता सुमित श्रीवास्तव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है कि भाजपा नीतीश कुमार के बिना विकल्प तलाशे.
इस तरह से बिहार में अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच राजनीति गरमाने लगी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के द्वारा लगाये गये पोस्टर के जवाब में अब राजद ने पोस्टर वार शुरू करते हुए कार्यालय के सामने लगाये गए अपने पोस्टर में लिखा है कि 'क्यों ना करें विचार, बिहार जो है बीमार'. साथ ही पोस्टर में चमकी बुखार, सुखाड, बाढ़ के साथ-साथ डकैती, लूट, हत्या, अपहरण का जिक्र किया गया है.
बता दें कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक दिन पहले ही जदयू ने चुनाव का स्लोगन जारी करते हुए पोस्टर लगाया था. इसमें लिखा था, 'क्यों करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार'. राजद नेता चितरंजन गगन ने कहा है कि जदयू के हालिया पोस्टर से साफ है कि पार्टी के नेता ही नीतीश कुमार को अब और ज्यादा बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं हैं.
इस पोस्टर से यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि नीतीश कुमार पहले से कितने ज्यादा कमजोर हो गए हैं. जब से उन्होंने भाजपा का साथ पकड़ा है, तब से बिहार की स्थिति लगातार खराब होती गई है. चितरंजन गगन ने कहा कि नीतीश कुमार ने आज तक स्पष्ट नहीं किया कि भाजपा के साथ किस रणनीति के साथ काम कर रहे हैं? आखिर किस एजेंडे के तहत बिहार पर भाजपा और जदयू शासन कर रहे हैं? उन्हें अपना एजेंडा स्पष्ट करना चाहिए क्योंकि बिहार में विकास बिल्कुल नहीं हो रहा है.
वहीं, भाजपा कार्यकर्ता जदयू के नारे को पचा नहीं पा रहे हैं. सोशल मीडिया पर दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने हैं. भाजपा युवा मोर्चा के सक्रिय कार्यकर्ता सुमित श्रीवास्तव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर नीतीश कुमार को बिना विकल्प तलाशे फिर से मुख्यमंत्री बनाने वाले नारे का जवाब दिया है.
उन्होंने लिखा है कि 'क्यों न करें विचार, ठगते हैं नीतीश कुमार, हमसब की यही पुकार, 2020 में भाजपा सरकार'. इसे देखकर राजनीति गलियारों में भाजपा और जदयू के बीच भविष्य के आंशिक मतभेद को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोर पकड़ने लगी है. चुनाव में अभी एक साल से अधिक वक्त बाकी है, लेकिन दबाव की राजनीति अभी से शुरू होती नजर आ रही है.
हालांकि, भाजपा प्रवक्ता अजीत चौधरी ने इस पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक कार्यकर्ता की पार्टी को लेकर मनोभावना है. हर कार्यकर्ता अपनी पार्टी से प्रेम करता है और उसकी सफलता चाहता है. इसमें कोई बुराई नहीं है.
उन्होंने कहा जहां तक बात सरकार चलाने की है तो उसमें सहयोग और नेतृत्व की जरूरत होती है. अजीत चौधरी ने कहा हम कार्यकर्ताओं के मनोभाव का सम्मान करते हैं, लेकिन सरकार बनाना और चलाना सिर्फ नेतृत्व का काम है और वही इस पर फैसला लेते हैं.