नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच 20 मिनट की बातचीत, सीट शेयरिंग समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा, 2 दिन बिहार में रहेंगे केंद्रीय गृहमंत्री
By एस पी सिन्हा | Updated: September 18, 2025 15:25 IST2025-09-18T15:23:49+5:302025-09-18T15:25:29+5:30
चिराग पासवान की लोजपा (रा) के लिए 25‑28 सीटें, जीतन राम मांझी की हम को 6‑7 सीटें, और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4‑5 सीटें मिलने की चर्चा है।

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पटनाः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर बिहार आए हैं। इस बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के मौर्या होटल में जाकर अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। एनडीए के सबसे बड़े सहयोगी दलों के दो नेताओं नीतीश कुमार और अमित शाह की मुलाकात को बिहार चुनाव के पहले अहम सियासी गतिविधि के रूप देखा जा रहा है। अमित शाह के साथ मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार के साथ बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित मंत्री विजय चौधरी, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा आदि मौजूद रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच सीट शेयरिंग समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है।
माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से पटना में शिष्टाचार मुलाकात की। @AmitShahpic.twitter.com/VYMMSAwptN
— Nitish Kumar (@NitishKumar) September 18, 2025
सूत्रों की मानें तो एनडीए के घटक दलों में अभी तक सीट बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बनी है। इसके तहत जदयू को लगभग 102‑103 सीटों, भाजपा को 101‑102 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है। जबकि चिराग पासवान की लोजपा (रा) के लिए 25‑28 सीटें, जीतन राम मांझी की हम को 6‑7 सीटें, और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4‑5 सीटें मिलने की चर्चा है।
हालांकि चिराग पासवान ने 40 से ज्यादा सीटें की मांग की है। लेकिन यह संभावना है कि वह इस संख्या से समझौता करेंगे क्योंकि भाजपा और जदयू उन्हें इतनी सीटें देने की तैयारी में नहीं है। इसमें अक्टूबर के पहले सप्ताह में एनडीए की ओर से सीटों के तालमेल घोषणा होने की संभावना है।
उसके पहले अमित शाह और नीतीश कुमार सहित भाजपा-जदयू के शीर्ष नेता आपसी सामंजस्य के साथ अन्य घटक दलों को भरोसे में लेकर सीट बंटवारे को अंतिम रूप देंगे। बता दें कि 2020 में बिहार विधानसभा (243 सीटें) के चुनाव में एनडीए गठबंधन ने 125 सीटें जीती थीं, जिसमें भाजपा ने 74 सीटें और जदयू ने 43 सीटें जीती थीं।
वहीं सहयोगी दलों में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(से) को 7 सीटें मिली थीं। जबकि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को 11 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का मौका मिला था। वहीं इस बार चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भी एनडीए का हिस्सा है, जबकि सहनी अब अलग हो चुके हैं। ऐसे में एनडीए की कोशिश वर्ष 2020 से बेहतर प्रदर्शन करने की रणनीति बनाने की है।
इसमें अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। उल्लेखनीय है कि 13 सितंबर को जेपी नड्डा भी बिहार दौरे पर आए थे। लेकिन उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नहीं हो पाई थी। अमित शाह का यह दौरा पूरी तरह चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए माना जा रहा है। उन्होंने गुरुवार को डेहरी आन सोन और बेगूसराय में 20 जिलों के भाजपा नेताओं के साथ अहम बैठक की। इन बैठकों में प्रत्याशियों के चयन से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक की विस्तृत चर्चा होने की बात बताई जा रही है।