RSS और उसके सभी आनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारियों की कुंडली खंगालेगी बिहार पुलिस, स्पेशल ब्रांच को मिला जिम्मा
By विकास कुमार | Published: July 17, 2019 09:39 AM2019-07-17T09:39:33+5:302019-07-17T09:51:56+5:30
यही नहीं, आदेश में इसे अति आवश्यक बताया गया है. बिहार में बीजेपी-जेडीयू की गठबंधन की सरकार है लेकिन आरएसएस पदाधिकारियों की इस तरह निगरानी आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला सकती है.
बिहार पुलिस के स्पेशल ब्रांच ने आरएसएस और उसके सभी आनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारियों के बारे में जानकारी इकठ्ठा करने का फरमान जारी किया है. आदेश मई में ही स्पेशल ब्रांच के सभी डिप्टी एसपी को जारी किया गया है.
स्पेशल ब्रांच की ओर से जारी आदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जागरण समिति, धर्म जागरण सम्नयव समिति, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, हिंदू राष्ट्र सेना, राष्ट्रीय सेविका समिति, शिक्षा भारती, दुर्गा वाहिनी, स्वेदशी जागरण मंच, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेलवे संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ, हिंदू महासभा, हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू पुत्र संगठन के पदाधिकारियों का नाम और पता मांगा गया है.
यही नहीं, आदेश में इसे अति आवश्यक बताया गया है. बिहार में बीजेपी-जेडीयू की गठबंधन की सरकार है लेकिन आरएसएस पदाधिकारियों की इस तरह निगरानी आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला सकती है.
नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच अनबन की ख़बरें मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शपथ-ग्रहण समारोह के बाद से ही सामने आ रही हैं. मोदी सरकार में जेडीयू को उचित भागीदारी नहीं मिलने की स्थिति में नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल में शामिल होने से इंकार कर दिया था. उसके तुरंत बाद बिहार सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी को दरकिनार कर दिया गया था.