पटनाः बिहार पुलिस के द्वारा हाल के दिनों में की गई कार्रवाई पर ब्यौरा जारी करते हुए एडीजी(लॉ एंड ऑर्डर) पंकज दराद ने बताया कि पूरे राज्य में अपराध के जरिए संपत्ति अर्जित करने वाले 1400 अपराधियों की पहचान की गई है, जिनमें से 700 की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई धारा 107 के तहत की जा रही है। पंकज दराद ने बताया कि प्रदेश में शांति भंग करने और उससे सम्बंधित मामलों में 12 लाख 59 हजार लोगों के विरोध करवाई की गई है। वहीं सीसीए के तहत 6,377 के विरुद्ध जिलाधिकारी को प्रस्ताव भेजा गया है,
जिसमे लगभग 4 हजार के विरुद्ध करवाई हुई है। पंकज दराद ने बताया कि प्रदेश में हत्या के 5,620 को जेल भेजा गया, जबकि लूट में 2,082 और एससी-एसटी एक्ट में लगभग 2 हजार के खिलाफ करवाई हुई है। सांप्रदायिक हिंसा के मामले में 1,357 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पर हमले के मामले में 5,562 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जबकि हर्ष फायरिंग के मामले में 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सभी तरह के मामलों में कमी आई है। वहीं, पर्व त्योहार की मॉनेटरी कंट्रोल रूम के माध्यम से किया जाता है। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान किसी प्रकार की कोई गंभीर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हुई।
विधानसभा चुनाव में 1650 कंपनी आई थीं। शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कार्य संपन्न हुए। पंकज दराद ने बताया कि कुल 3 लाख 52 हजार 875 अभियुक्त हैं, जिनको जेल भेजा गया है। विभिन्न न्यायालय द्वारा 1,65,007 कांडों में एक लाख से अधिक लोगों की सजा हुई है।
176 लोगों को कमांडो ट्रेनिंग दिया गया है। सभी थाना में दो अधिकारी विशेष रूप से काम करेगा। वह सूचनाओं का संकलन करेगा। उन्होंने बताया कि बिहार की आर्थिक अपराध इकाई एसयूवी ने इस बार सबसे ज्यादा कार्रवाई करते हुए कुल 27 मामले दर्ज किए हैं।