बिहार के एक कैदी ने मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति, जेल प्रशासन पर लगाए ये गंभीर आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: May 16, 2019 06:39 PM2019-05-16T18:39:23+5:302019-05-16T18:39:23+5:30
बिहार स्टाफ सलेक्शन कमीशन की परीक्षा के पेपर लीक मामले में पटना के बेउर जेल में लंबे वक्त से बंद है. निगरानी कोर्ट के जज से की गई अपनी अपील में उसने कहा कि जेल अस्पताल में उसकी बीमारी का इलाज नहीं है
बिहार की राजधानी पटना स्थित बेऊर जेल में कैद एक कैदी ने इच्छा मृत्यु की मांग कर सनसनी फैला दी है. आरोपी बिहार स्टाफ सलेक्शन कमीशन की परीक्षा के पेपर लीक मामले में पटना के बेउर जेल में लंबे वक्त से बंद है. उसने आरोप लगाया है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी उसका इलाज नहीं करवाया जा रहा है. निगरानी कोर्ट के जज से की गई अपनी अपील में उसने कहा कि जेल अस्पताल में उसकी बीमारी का इलाज नहीं है. ऐसे में उसे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाये.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बेउर जेल में बंद आरोपी भोला उर्फ नितेश ने निगरानी कोर्ट के जज से इच्छा मृत्यु की अपील की है. कोर्ट को दिए आवेदन में उसने कहा कि वह 5 महीने से बीमार है और जज के आदेश के बाद भी उसका इलाज नहीं करवाया जा रहा है. जेल अस्पताल में उसकी बीमारी का इलाज नहीं है. उसने कहा है कि विशेष जज के आदेश के बाद भी जेल अधिकारी उन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच नहीं भेज रहे हैं.
यहां बता दें कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार समेत 40 आरोपी जेल में बंद हैं. वर्ष 2017 में बीएसएससी की इंटर स्तरीय पदों के लिए हुई प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्नपत्र और उसके उत्तर लीक होने के मामले में अहम सबूत मिलने के बाद बिहार सरकार ने आठ फरवरी 2017 को परीक्षा रद्द कर दी थी. इस मामले की जांच की जिम्मेवारी विशेष जांच टीम (एसआईटी) को सौंपी गई थी. उल्लेखनीय है कि इस मामले में बीएसएससी के अध्यक्ष आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार, सचिव परमेश्वर राम और आयोग के डाटा एंट्री ऑपरेटर अविनाश कुमार सहित 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.