एसटीईटी अभ्यर्थियों ने मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए किया प्रदर्शन, तोड़ डाला ऑफिस का गेट

By एस पी सिन्हा | Updated: June 25, 2021 20:47 IST2021-06-25T20:45:24+5:302021-06-25T20:47:17+5:30

इसा और इंकलाबी नौजवान सभा के सदस्य भी सड़कों पर उतरे. इस दौरान अभ्यर्थी प्रदर्शन करते हुए ऑफिस का गेट तोड़ते हुए जबर्दस्ती अंदर प्रवेश कर गए.

bihar patna STET candidates demonstrated alleging irregularities merit list broke office gate | एसटीईटी अभ्यर्थियों ने मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए किया प्रदर्शन, तोड़ डाला ऑफिस का गेट

इसतरह से अब अभ्यर्थियों को 29 जून तक इंतजार करना होगा.

Highlightsअभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक बहाली में मेरिट लिस्ट की आड़ में हो रही धांधली का विरोध कर रहे थे. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्यालय के मेन गेट को तोड़ डाला और घंटों जमकर नारेबाजी की.सभी न्यूनतम अंक से अधिक अंक पानेवालों को बहाली का मौका दिया जाएगा.

पटनाः बिहार में मेरिट लिस्ट को लेकर एसटीईटी के अभ्यर्थियों का प्रदर्शन नहीं थम रहा है. आज एक बार फिर से अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया.

इस दौरान अभ्यर्थियों ने बिहार बोर्ड ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ करते हुए हंगामा किया. उनके समर्थन में आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा के सदस्य भी सड़कों पर उतरे. इस दौरान अभ्यर्थी प्रदर्शन करते हुए ऑफिस का गेट तोड़ते हुए जबर्दस्ती अंदर प्रवेश कर गए.

एसटीईटी 2019 में व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक बहाली में मेरिट लिस्ट की आड़ में हो रही धांधली का विरोध कर रहे थे. सभी एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की तत्काल बहाली की मांग कर रहे थे. प्रशासन के उदासीन रवैये ने उन्हें और आक्रोशित कर दिया, फलस्वरूप उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्यालय के मेन गेट को तोड़ डाला और घंटों जमकर नारेबाजी की.

बाद में जिला प्रशासन आया और भाकपा-माले विधायक मनोज मंजिल व संदीप सौरभ के हस्तेक्षप के बाद शिक्षा मंत्री से वार्ता का समय निर्धारित हुआ. बताया जाता है कि शिक्षा विभाग ने 29 जून को कमिटी की रिपोर्ट मिल जाने पर कारवाई का करने को कहा है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि उसके आधार पर सभी न्यूनतम अंक से अधिक अंक पानेवालों को बहाली का मौका दिया जाएगा.

इसतरह से अब अभ्यर्थियों को 29 जून तक इंतजार करना होगा. बता दें कि, इस मामले को लेकर बिहार में विपक्ष की पार्टी भी सरकार पर हमलावर बनी हुई है. वहीं, प्रदर्शनकरियों को संबोधित करते हुए मनोज मंजिल ने कहा कि जब 37 हजार बहालियों के विरुद्ध महज 30599 अभ्यर्थी ही पास हुए हैं, तब फिर व्यापक पैमाने पर अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट की आड़ में बाहर कैसे कर दिया गया?

हमारी मांग है कि सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का नियोजन हो. यदि सरकार नहीं मानती है तो वह व्यापक आंदोलन झेलने को तैयार रहे. जबकि संदीप सौरभ ने कहा कि परिणाम में बडे पैमाने पर घोटाला सामने आ चुका है. सरकार को इसे अविलंब ठीक करना होगा. शिक्षकों के पद यूं ही खाली पडे हुए हैं, इसलिए अविलंब सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में जगह मिले और उनकी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए.

इस दौरान अभ्यर्थियों ने कोटिवार व विषयवार सभी अर्हता हासिल अभ्यर्थियों की लिस्ट भी सार्वजनिक करने की मांग की. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब शिक्षा मंत्री, शिक्षा मंत्रालय के प्रधान सचिव ने यह कहा था कि सभी सफल अभ्यर्थियों की नौकरी पक्की मानी जाए, तो अब वे हमारे जीवन के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं?

यहां बता दें कि एसटीईटी की रिजल्ट में धांधली का खुलासा हुआ है. जिसके बाद से ही अभ्यर्थियों में जबरदस्त आक्रोश भरा हुआ है. साथ ही उनका कहना है कि, एसटीईटी का मेरिट लिस्ट शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ धोखा है और अंधेरे में रखकर रिजल्ट जारी किया गया है. जब सरकार ने पेपर-1 और पेपर-2 का रिजल्ट जारी करते हुए कहा कि सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नौकरी पक्की है, फिर आखिरकार क्यों अधिकतर उत्तीर्ण अभ्यर्थी मेरिट लिस्ट से बाहर हो गए. इन सवालों के अभ्यर्थियों ने जवाब मांगा है.

Web Title: bihar patna STET candidates demonstrated alleging irregularities merit list broke office gate

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