छोटे भाई तेजस्वी यादव के साथ सबकुछ ठीक नहीं?, तेज प्रताप ने खुद को "दूसरा लालू" घोषित किया, दुश्मन घर का हो या बाहर का, पहचानना मुश्किल, देखिए वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: June 27, 2025 17:27 IST2025-06-27T17:26:19+5:302025-06-27T17:27:28+5:30
तेजप्रताप ने अपने खिलाफ साजिश होने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं, उन्हें मैं वक्त आने पर जवाब दूंगा।

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पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को खुद को "दूसरा लालू" घोषित किया। एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से रिश्तों को लेकर पहली बार खुलकर बात की। तेज प्रताप ने माना कि दोनों भाइयों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि वह रिश्तों को संभालना चाहते हैं और बड़े भाई की भूमिका निभाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अभी थोड़ा-बहुत उथल-पुथल जरूर है, लेकिन मैं रिश्ता बिगाड़ना नहीं चाहता। मैं हर रिश्ते को ठीक रखने की कोशिश करता हूं। चाहे घर का सदस्य हो या बाहर का कोई, मेरे लिए रिश्ते अहम हैं। तेजप्रताप ने अपने खिलाफ साजिश होने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं, उन्हें मैं वक्त आने पर जवाब दूंगा।
दुश्मन घर का हो या बाहर का, पहचानना मुश्किल होता है। कई बार दुश्मन आपके बहुत पास होता है। मुझे अनुभव हो गया है कि पीठ पीछे भी वार हो सकता है। बता दें कि अनुष्का यादव प्रकरण सामने आने के बाद तेज प्रताप यादव को कुछ दिन पहले राजद प्रमुख लालू यादव ने घर और पार्टी से बाहर कर दिया था। पार्टी ने उन्हें ‘अनुशासनहीनता’ के आरोप में निष्कासित किया।
हालांकि उन्होंने जहां अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया, वहीं स्वयं को उस 'किंगमेकर' की भूमिका में देखने की इच्छा भी जताई, जो राज नहीं करता, पर राज बनाने की ताकत रखता है। सादगी, संघर्ष और जमीन से जुड़े मुद्दों को अपनी असली ताकत बताते हुए तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे न तो किसी साजिश से भयभीत हैं, न ही राजनीतिक तंजों से विचलित।
पार्टी से निष्कासन को उन्होंने पूर्व नियोजित साजिश कहा, पर परिवार पर कोई सीधा आरोप नहीं लगाया। उनके अनुसार यह महज एक तूफान है, जो थम जाएगा। रिश्ते बिगाड़ने की राजनीति मुझसे नहीं होगी। ऐसे में तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच चल रही खींचतान ने परिवार और पार्टी दोनों के भीतर चिंता बढ़ा दी है।
हालांकि लालू यादव ने सार्वजनिक तौर पर इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहा है, लेकिन माना जा रहा है कि वे परिवार को एकजुट करने की कोशिश में लगे हैं। इस पारिवारिक और राजनीतिक खींचतान का असर 2025 के विधानसभा चुनाव में कितना दिखेगा, ये देखना दिलचस्प होगा।