आजादी के 73 साल, आज तक कोई मामला थाने में नहीं आया, केस-मुकदमा से अछूता, DGP बोले-हमें सीख लेनी चाहिए, जानिए गांव के बारे में
By एस पी सिन्हा | Published: July 6, 2020 08:23 PM2020-07-06T20:23:59+5:302020-07-06T20:23:59+5:30
डीजीपी ने बताया कि मॉर्निंग वॉक कर रहे थे, तो एकाएक मन में आया कि इस गांव का अवलोकन करना चाहिए. जहां आजादी के 73 साल बाद भी अभी तक एक भी केस मुकादमा या किसी तरह का प्राथमिकी दर्ज नहीं हुआ है. यह बडे़ गर्व की बात है. यह अपनेआप में मायने रखता है.
पटनाः बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के गोनहा प्रखंड का कटोरवा गांव आजादी के 73 साल बाद भी किसी तरह की मारपीट, लूट, चोरी, डकैती आदि के मामलों से दूर रहा है.
आजादी के बाद से अभी तक एक भी मामले थाने तक नहीं पहुंचे हैं. आज प्रदेश के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे खुद इस गांव में पहुंच कर ग्रामीणों से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मिलने के बाद से ही गांव में आने की जिज्ञासा थी जो आज पूरी हो गई.
गांव का भ्रमण करते हुए डीजीपी ने बताया कि मॉर्निंग वॉक कर रहे थे, तो एकाएक मन में आया कि इस गांव का अवलोकन करना चाहिए. जहां आजादी के 73 साल बाद भी अभी तक एक भी केस मुकादमा या किसी तरह का प्राथमिकी दर्ज नहीं हुआ है. यह बडे़ गर्व की बात है. यह अपनेआप में मायने रखता है.
डीजीपी ने कहा कि कटराव अद्भुत गांव है
डीजीपी ने कहा कि कटराव अद्भुत गांव है. गांव के बाइक मिस्त्री गुड्डू महतो व किसान नितेश महतो से डीजीपी ने पूछा झगड़ा तो होता ही होगा आपलोगों के बीच, फिर भी कोई केस नहीं, ऐसा क्यों? दोनों ने बताया कि वे लोग किसी भी झगडे या विवाद का हल मिल-बैठकर निकालते हैं.
पुरुषों के मामले पुरुष व महिलाओं के मामले महिलाएं सुलझाती हैं. इसके बाद डीजीपी ने खेती-बारी के बारे में लोगों से जानकारी ली. आधा घंटे के दौरे में डीजीपी गांव की व्यवस्था देखकर आश्चर्य जताया. उन्होंने कहा कि देशभर के गांवों से इन लोगों से सीख लेनी चाहिए.
उन्होंने कटराव की धरती को प्रणाम किया. लोगों को मास्क लगाए व सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते देख डीजीपी गदगद हो गए. लोगों से इसे मेंटेन रखने की अपील की. उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि मुझे आपलोगों से मिलकर खुशी हो रही है. यह अपनेआप मे गौरव की बात है कि अजादी के इतने लंबे समय बाद भी यह गांव केस-मुकदमा से अछूता है.
बेतिया जिला ही नहीं पूरे बिहार के सभी गांवों को सीख लेनी चाहिए
डीजीपी पांडेय ने लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि इस गांव से बेतिया जिला ही नहीं पूरे बिहार के सभी गांवों को सीख लेनी चाहिए. इस गांव की खासियत यह है कि आजादी के बाद से आज तक के यहां पुलिस में कोई कंप्लेंट दर्ज नहीं की गई ना तो थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज है और ना ही कोर्ट में कोई केस.
इस गांव में पहुंचकर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे गदगद नजर आए और उन्होंने स्थानीय लोगों के बीच बैठकर पहले जाता भी चलाया बाद में रोटी नमक और मिर्च लेकर उसका स्वाद भी चखते नजर आए. डीजीपी सुबह के 8:30 बजे कटरा गांव में दस्तक दे चुके थे.
गांव में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले पूछा कि गांव में बाथरूम बना है और वह बाथरूम गये. बाथरूम से लौटने के बाद वह दातून मांग कर मुंह धोये. गांव की एक वृद्ध महिला चंपा देवी ने कुछ नाश्ता करने का आग्रह किया. डीजीपी ने कहा- माताजी क्या बनायी हो? उन्होंने एक रोटी-नमक और हरा मिर्च लेकर नास्ता किया और वहां से चल पडे़.
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे सोमवार को पश्चिम चंपारण के दौरे पर थे । इस दौरान उन्होंने नाश्ते में रोटी के साथ नमक मिर्च खाई। pic.twitter.com/Q1EGyRSJ0U
— Ajit kumar (@ajitabheek) July 6, 2020