बिहार: चुनावी तैयारियों में जुटे नीतीश कुमार, दो दिनों तक पार्टी पदाधिकारियों से जाना जमीनी हकीकत
By एस पी सिन्हा | Published: September 12, 2023 05:52 PM2023-09-12T17:52:25+5:302023-09-12T17:52:25+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के 534 प्रखंड अध्यक्षों के साथ बैठक किया। बैठक शुरू होने से पहले ही प्रखंड अध्यक्षों के मोबाइल बाहर रखवा दिए गए।
पटना: बिहार में जदयू ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। भाजपा के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के निचले स्तर के नेताओं से मुलाकात कर उनसे फीडबैक लिया। सोमवार को पहले दिन की बैठक में मुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था।
मुख्यमंत्री आवास में आज दूसरे दिन की बैठक आयोजित की गई। लेकिन बैठक से ठीक पहले जदयू दफ्तर के बाहर कुछ अलग ही नजारा दिखा। बैठक में शामिल होने आए जदयू के नेतागण ‘देश का पीएम कैसा हो.. नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे लगाते दिखे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के 534 प्रखंड अध्यक्षों के साथ बैठक किया। बैठक शुरू होने से पहले ही प्रखंड अध्यक्षों के मोबाइल बाहर रखवा दिए गए। दूसरे दिन की बैठक में भी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह शामिल नहीं हुए। जदयू नेताओं के मुताबिक उनकी तबीयत खराब है। संगठन के इतने महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के शामिल नहीं होने पर सवाल उठ रहे हैं।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि उनकी तबीयत खराब है। इसके कारण वे पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हो पाए। हालांकि ललन सिंह का अभी तक इस पर कोई बयान नहीं आया है। बैठक में क्या हुआ प्रखंड अध्यक्षों ने बताने से किनारा कर लिया। चर्चा है कि बैठक में नीतीश कुमार अपने कार्यकर्ताओं को पार्टी की योजनाओं को घर-घर में प्रचारित करने की सलाह दे रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार का विकास का काम ही जदयू की ताकत है। समस्याओं का समाधान ही हमारी पूंजी है। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि भाजपा भ्रम फैलाने वाली पार्टी है, उससे सावधान रहना है। सतर्क रहिए। पूरी मजबूती से काम कीजिए। आप लोग अपना काम कीजिए बाकी चीज देखने के लिए हम हैं। इससे पहले जून-जुलाई के दौरान नीतीश कुमार पार्टी के सांसदों और विधायकों से भी वन टू वन मुलाकात कर चुके हैं। तब इसे फीडबैक बैठक बताया गया था।
मुख्यमंत्री ने विधायकों से न केवल जमीनी हकीकत की जानकारी ली थी बल्कि ज्यादा से ज्यादा फील्ड में रहने की सलाह दी थी। नीतीश कुमार कई मौके पर बोल चुके हैं कि लोकसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। इसलिए वे कार्यकर्ताओं को अभी से ही तैयार रहने की हिदायत दे रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस बैठक को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है।