बिहार में नई सरकारः सत्ता में महागठबंधन की वापसी, कांग्रेस को चार मंत्री पद मिलने की उम्मीद, छत्रपति यादव ने आलाकमान को पत्र लिखा, जानें क्या है मांग
By एस पी सिन्हा | Published: August 13, 2022 03:01 PM2022-08-13T15:01:16+5:302022-08-13T15:03:19+5:30
महागठबंधन के सूत्रों के अनुसार 16 विधायक वाले वामदलों द्वारा बाहर से सरकार का समर्थन करने का फैसला करने के साथ ही 19 विधायकों कांग्रेस को चार मंत्री पद मिलने की उम्मीद है।
पटनाः बिहार की सत्ता में महागठबंधन की वापसी से लगता है कि निराशा में डूबी प्रदेश कांग्रेस में व्यक्तिगत महत्वकांक्षाएं बढ़ रही हैं । खगड़िया सदर से विधायक छत्रपति यादव ने कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखकर मांग की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले नए मंत्रिमंडल में उन्हें उनकी जाति के आधार पर जगह दी जाए।
यादव ने कहा, ‘‘मैंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है तथा औपचारिक रूप से उनसे मुझ पर विचार करने का अनुरोध किया है क्योंकि मंत्रिमंडल में मेरे शामिल होने से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय विशेष रूप से यादवों के बीच एक मजबूत संदेश जाएगा। मैं बिहार में पार्टी का अकेला यादव विधायक हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दिवंगत पिता राजेंद्र प्रसाद यादव तीन मुख्यमंत्रियों -बिंदेश्वरी दुबे, भागवत झा आजाद और जगन्नाथ मिश्रा की अध्यक्षता वाले मंत्रिमंडलों में थे।’’ सत्तारूढ़ महागठबंधन के सूत्रों के अनुसार 16 विधायक वाले वामदलों द्वारा बाहर से सरकार का समर्थन करने का फैसला करने के साथ ही 19 विधायकों कांग्रेस को चार मंत्री पद मिलने की उम्मीद है।
हालांकि बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा, ‘‘संख्या और नाम दोनों ही आलाकमान द्वारा तय किए जाते हैं। हम सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।’’ अगले सप्ताह नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है। फिलहाल मंत्रिमंडल में केवल मुख्यमंत्री और उनके डिप्टी के रूप में राजद नेता तेजस्वी यादव हैं।