मुंगेर गोलीकांडः सड़क पर निकले डीएम और एसपी, शांति की अपील, हिंसा में पुलिस के कारतूस और मैगजीन गायब, हड़कंप
By एस पी सिन्हा | Published: October 30, 2020 02:08 PM2020-10-30T14:08:19+5:302020-10-30T14:08:19+5:30
मुंगेर की सड़कों पर डीएम रचना पाटिल और एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने रोड शो भी निकाला और लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण सामने है और मुंगेर में सड़क पर उतरी उग्र भीड़ द्वारा गुरुवार को की गई हिंसा में पुरबसराय ओपी से बड़ी संख्या में कारतूस और मैगजीन गायब कर दिये जाने की खबर है.
जिसने अब प्रशासन व चुनाव आयोग सहित आम जनों की भी चिंताए बढ़ा दी हैं. वहीं, कार्यभार संभालते ही आज मुंगेर की सड़कों पर डीएम रचना पाटिल और एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने रोड शो भी निकाला और लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की.
इसबीच बताया जा रहा है कि गुरुवार को उग्र भीड़ द्वारा की गई हिंसा में पुरबसराय ओपी से एसएलआर के 100 राउंड कारतूस, दो मैगजीन के साथ इंसास के 40 राउंड कारतूस और दो मैगजीन गायब हो गए हैं. जिसके बाद अब यह एक बडे़ खतरे का संकेत बनकर लोगों के बीच चर्चे का विषय बन चुका है.
सैकड़ों राउंड कारतूस और मैगजीन का आखिर कहां इस्तेमाल किया जाएगा?
वहीं पुलिस महकमे की भी चिंता इस बात से बढ़ गई है कि आखिर थाने से लूटी गईं सैकड़ों राउंड कारतूस और मैगजीन का आखिर कहां इस्तेमाल किया जाएगा? गुरुवार को उग्र भीड़ ने पुलिस को निशाने पर लिया था और आक्रोशित भीड़ ने मुंगेर एसपी कार्यालय व एसडीओ आवास में तोड़-फोड़ करने के साथ ही पूरबसराय में जहां दो पुलिस वाहन, एक मोटरसाइकिल, साइकिल व ठेला को आग के हवाले कर दिया था, वहीं ओपी पर भी पथराव किया गया था. ऐसे में अब लूट की खबर भी सामने आ रही है, जिसकी पुष्टि खुद थानाध्यक्ष कर रहे हैं.
मुंगेर का पदभार संभालते ही नई डीएम रचना पाटिल व नए एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने मुंगेर समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय में संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता किया. डीएम रचना पाटिल ने कहा कि मुंगेर ऐतिहासिक जिला है, मेरी पहली प्राथमिकता होगी के विधि व्यवस्था शांतिपूर्ण बनाए रखते हुए विकास कार्यों को गति दी जाए और अभी जो शहर के हालात हैं उसको काबू किया जाए. साथ ही उन्होंने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि लोग अफवाहों से बचें और संयम रखें.
विधि व्यवस्था को फिर से बहाल करना और आम जन जीवन को फिर से पटरी पर लाना
इसके बाद मुंगेर के नए एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि पहली प्राथमिकता होगी विधि व्यवस्था को फिर से बहाल करना और आम जन जीवन को फिर से पटरी पर लाना. उन्होंने अपील की कि लोग शांति व्यवस्था बनाए रखें और अफवाहों से बचें, अफवाहों का खंडन करें. दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाई किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में चुनाव आयोग का जो दिशा-निर्देश आएगा, उसके अनुरूप कार्यवाई की जाएगी.
बताया जाता है कि 28 अक्टूबर को मुंगेर में पहले चरण की मतदान की वजह से बड़ी संख्या में जवान मुंगेर आए थे. इसलिए पूरबसराय थाने में भारी मात्रा में कारतूस आदि रखे हुए थे. दरअसल, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान सोमवार की रात हुई फायरिंग में एक छात्र की मौत के बाद जनता के अंदर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ काफी गुस्सा देखने को मिला. सोशल मीडिया पर भी इस कार्रवाई की कडी निंदा की जाती रही. वहीं गुरुवार को गुस्साए लोग सड़क पर उतर गए और उन्होंने पुलिस स्टेशनों और एसपी सहित अन्य अधिकारियों के कार्यालय पर अपना गुस्सा निकाला.
वहीं, मुंगेर घटना के बाद चुनाव आयोग की ओर से हटाए गए तत्कालीन एसपी लिपि सिंह के दावे के उलट सीआईएसएफ के आंतरिक रिपोर्ट ने उनकी पोल खोल दी है. मुंगेर में बड़ी देवी की प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के दौरान 26 अक्टूबर की रात हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत के बाद से मचे बवाल के बीच बिहार पुलिस के एक मेल से बड़ा खुलासा हुआ है.
यह मेल तत्कालीन एसपी के दावे के बिल्कुल उलट है. यानी अब सवाल लेडी सिंघम कही जाने वाली लिपि सिंह के दावे पर उठ खडा हुआ है, जिसमें उन्होंने फायरिंग की बात से इनकार किया था. बिहार पुलिस की चूक की वजह से बाहर आई मेल की रिपोर्ट के बाद बवाल मच गया है. मेल के मुताबिक सीआईएसएफ की आंतरिक रिपोर्ट में बिल्कुल साफ है कि फायरिंग की शुरुआत मुंगेर पुलिस की तरफ से की गई थी. स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के बाद सीआईएसएफ के जवानों ने इंसास राइफल से 13 राउंड फायरिंग की थी.
सीआईएसएफ के जवानों ने 13 राउंड हवाई फायरिंग की थी
रिपोर्ट में कहा गया है कि सीआईएसएफ के जवानों ने 13 राउंड हवाई फायरिंग की थी. घटना से बवाल मचने के बाद सीआईएसएफ पटना ईस्ट रेंज के डीआइजी ने इंटरनल रिपोर्ट 27 अक्टूबर को ईस्ट जोन के आईजी और दिल्ली स्थित मुख्यालय को भेजी थी.
आंतरिक रिपोर्ट कर मुताबिक बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लोकल पुलिस के हवाई फायरिंग करने के बाद श्रद्धालु उग्र हो गए और पथराव तेज कर दिया गया. सीआईएसएफ के हेड कांस्टेबल एम गंगैया ने इंसास राइफल से 13 गोलियां हवा में फायर की. भीड तितर-बितर हुई और जवान अपने-अपने कैंप में सुरक्षित लौटे.
इसबीच, मुंगेर हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. वहीं अब इस मैसेज को लेकर चुनाव आयोग ने सफाई दी है. सोशल मीडिया में फैलाए जा रहे मैसेज में कहा जा रहा है कि मुंगेर के एक पोलिंग बूथ पर ईवीएम से राजद का सिंबल गायब था, जिसे तीन घंटे तक ठीक नहीं किया गया है, जिसे चुनाव आयोग ने गलत बताया है.
सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे है इस मैसेज में कहा जा रहा है कि मुंगेर के मतदान केन्द्र संख्या 231 सरकारी सामुदायिक भवन महादेवपुर (पश्चिम भाग) के ईवीएम से राजद उम्मीदवार का सिंबल गायब है, जो करीब तीन घंटे तक रहा. कई बार शिकायत के बाद भी ठीक नहीं हुआ.
सोशल मीडिया पर वायरल इस मैसेज को बिहार चुनाव आयोग ने गलत बताया है. आयोग ने कहा है कि ये तथ्य पूर्णतः गलत है. आयोग ने ईवीएम में शिकायत मिलने के बाद तुरंत इसे बदलावाया, वहीं आयोग ने कहा है कि मॉक टेस्ट में उम्मीदवार वहां स्वंय मौजूद रहे, जहां किसी भी तरह की शिकायत नहीं मिली थी.