Bihar MLC Election 2022: विधान परिषद के 24 सीटों पर मतदान, वीआईपी अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी को लगेगा झटका, भाजपा 13 और जदयू 11 सीट पर लड़ेंगे
By एस पी सिन्हा | Published: January 23, 2022 05:03 PM2022-01-23T17:03:24+5:302022-01-23T17:05:30+5:30
Bihar MLC Election 2022: भाजपा ने सीटिंग 13 सीटों पर उम्मीदवार देने का फैसला कर लिया है. जदयू को भाजपा ने 11 सीटों पर संतोष करने के लिए कह दिया है. जदयू की तरफ से 50-50 के फार्मूले पर बंटवारे की मांग की जा रही थी.
Bihar MLC Election 2022:बिहार में स्थानीय निकाय कोटे से विधान परिषद के 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर एनडीए में जबर्दस्त खींचतान चल रही है. एनडीए के सभी घटक दल अभी इस मसले पर टेबल टॉक की स्थिति में नहीं पहुंच पाए हैं.
लेकिन इसके बावजूद भाजपा ने अपनी सीटिंग 13 सीटों पर उम्मीदवार देने का फैसला कर लिया है. जदयू को भाजपा ने 11 सीटों पर संतोष करने के लिए कह दिया है. जबकि जदयू की तरफ से 50-50 के फार्मूले पर बंटवारे की मांग की जा रही थी. एनडीए में चल रहे इस खींचतान के बीच वीआईपी अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी के लिए बुरी खबर है.
भाजपा वीआईपी पार्टी को विधान परिषद चुनाव में एडजस्ट नहीं करने जा रही. आज उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने साफ कर दिया है कि विधान परिषद चुनाव में मुकेश सहनी की पार्टी को एक भी सीट नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी एनडीए गठबंधन के सहयोगी हैं. इस लिहाज से उन्हें विधान परिषद में तो भेजा ही गया है.
वैसे भी वे विधान परिषद चुनाव में कभी साथ मिलकर लडे़ नहीं हैं. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद का चुनाव हमलोग साथ मिलकर लड़ेंगे. हमलोगों ने उल्टे उन्हें विधान परिषद भेजने में सहयोग किया है, क्योंकि मुकेश सहनी हमारे गठबंधन के सहयोगी हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमलोगों ने उन्हें 11 सीटें दी थी. गठबंधन में न कभी भीख होता है और डील. सबलोग साथ मिलकर काम करते हैं.
तार किशोर प्रसाद ने कहा कि भाजपा सत्ता पक्ष के सबसे बडे़ दल के रूप में है. हमलोगों ने बैठक में मंथन किया है कि सरकार बेहतर कैसे चले? विकसित बिहार कैसे बने इस पर चर्चा की जाती है. यहां बता दें, मुकेश सहनी 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए के साथ चुनाव लडे़ थे. सीट बंटवारे में भाजपा ने वीआईपी को 11 सीटें दी थी.
मुकेश सहनी भी विधानसभा का चुनाव लडे़, लेकिन उनकी करारी हार हो गई. इसके बाद भाजपा कोटे से उन्हें विधान परिषद भेजा गया. अब वीआईपी ने स्थानीय निकाय की 24 सीटों में अपनी हिस्सेदारी की मांग कर दी है. उधर, जदयू 12 सीटें मांग रहा है. पार्टी संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सार्वजनिक तौर पर इसकी मांग कर चुके हैं.
जदयू ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सीटों के बटवारे के फार्मूले को आधार मानते हुए इस चुनाव में भी आधी सीटों पर दावा किया है. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा है कि जदयू के साथ समझौते को अंतिम रूप देने के बाद उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा करते हुए उनकी सूची फाइनल की जायेगी. कोर कमेटी में कहा गया कि पिछले चुनाव भाजपा 13 सीटों पर जीत हासिल की थी. ऐसे में भाजपा 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.