बिहार विधान परिषद चुनावः 24 सीट पर चुनाव, भाजपा 12, जदयू 11 और राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी को एक सीट, वीआईपी और हम बाहर
By एस पी सिन्हा | Published: January 29, 2022 08:12 PM2022-01-29T20:12:30+5:302022-01-29T20:14:01+5:30
Bihar Legislative Council elections: वीआईपी प्रमुख और मंत्री मुकेश साहनी लगातार एनडीए पर हमला कर रहे हैंष महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव की तारीफ कर रहे हैं।
पटनाः बिहार में स्थानीय प्राधिकार कोटे से विधान परिषद के 24 सीटों पर होनेवाले चुनाव को लेकर भाजपा और जदयू के बीच लंबे समय से चल रहे तकरार का आज अंत हो गया. दोनों दल के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर इसका ऐलान किया.
इसके पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने पहुंचे भाजपा के बिहार प्रभारी व केन्द्रीय श्रम संसाधन मंत्री भूपेंद्र यादव के बीच इस मुद्दे को लेकर लगभग एक घंटे तक विचार किया गया. जिसके बाद दोनों पार्टियों की तरफ चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर सहमति बनी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सहमति बनने के बाद संयुक्त पत्रकार वार्ता में भूपेन्द्र यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व जदयू की तरफ से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा शामिल हुए. इसके बाद यह ऐलान किया गया कि 12 सीटों पर भाजपा, 11 सीटों पर जदयू और एक सीट भाजपा अपने कोटे से राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी अर्थात पशुपति कुमार पारस की पार्टी को देगी.
भूपेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार चार विधानसभा चुनावों में लगातार जनता का आशीर्वाद लेकर जनता की सेवा कर रही है. दोनों दल आपस में सम्मानपूर्वक काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में 16 सालों से विकास के काम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां विधान परिषद चुनाव साथ मिलकर मजबूती से लड़ेंगी.
वहीं, जदयू की ओर से बात कर रहे राज्य सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि भाजपा अपनी 13 सीटिंग सीटों पर लड़ना चाह रही थी. लेकिन हमारी इच्छा थी कि आधा आधा के आधार पर बंटवारा हो. भाजपा ने कहा कि उसे एक सहयोगी पार्टी रालोजपा को देना है. सो जदयू ने भी एक सीट पर दावा कम कर 11 सीटों पर लड़ने का फैसला लिया.
विजय चौधरी ने बताया कि भाजपा और जदयू किन सीटों पर लड़ेगी. भाजपा जिन तेरह सीटों पर लडेगी, उनमें रोहतास, औरंगाबाद, सारण, सीवान, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, किशनगंज, कटिहार, सहरसा, गोपालगंज, बेगूसराय और वैशाली इसमें से भाजपा वैशाली सीट पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा के लिए छोड़ेगी.
जबकि जदयू पटना, भोजपुर, गया, नालंदा, मुजफ्फरपुर, प. चंपारण, सीतामढी, भागलपुर, मुंगेर, नवादा और मधुबनी सीट पर लडेगी. वहीं, पत्रकारों के द्वारा जब यह पूछा गया कि जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी के लिए कोई भी सीट नहीं छोड़ी गई है. इसपर विजय चौधरी ने कहा कि उन्हें विश्वास में लिया जायेगा.
भूपेंद्र यादव ने भी कहा कि सहयोगी पार्टियों को भी विश्वास में लिया जायेगा. यानि उन्हें सीट नहीं भरोसा दिया जायेगा. बता दें कि राज्य में जुलाई 2021 से ही 24 सीटों पर रिक्ति है. स्थानीय निकाय प्राधिकार क्षेत्र से कार्यकाल पूरा करने वाले 19 विधान पार्षद हैं, जबकि तीन विधान पार्षद चुनाव लड़कर विधायक बन चुके हैं. वहीं, दो विधान पार्षदों के निधन से सीटें पहले ही रिक्त हो गई थीं. इसमें हरिनारायण चौधरी और सुनील कुमार सिंह थे.
जबकि कार्यकाल पूरा करने वाले 19 विधान पार्षदों में मनोरमा देवी, रीना यादव, राधाचरण साह, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुनाजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय और रजनीश कुमार हैं.
वहीं, मनोज कुमार, रीतलाल यादव और दिलीप राय विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर विधायक हैं. पंचायत चुनाव के चलते जिन 24 विधान परिषद निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होना है, उनमें पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, नालंदा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, गया सह जहानाबाद सह अरवल स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, औरंगाबाद स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, नवादा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, भोजपुर सह बक्सर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, रोहतास सह कैमूर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सीवान स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, गोपालगंज स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र और पश्चिम चंपारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं.