बिहार विधान परिषदः अश्लील भोजपुरी गानों का मामला उठा, सदन में रुई लेकर पहुंचे राजद विधायक सुनील कुमार सिंह, जानें वजह
By एस पी सिन्हा | Published: March 16, 2023 06:05 PM2023-03-16T18:05:18+5:302023-03-16T19:53:45+5:30
Bihar Legislative Council: सुनील कुमार सिंह ने कहा कि 6 करोड़ लोग भोजपुरी बोलने वाले हैं और पूरी दुनिया भर में 25 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं। जब शराबंदी पर कानून बन सकता है तो अश्लील गानों पर क्यों नहीं?
पटनाः बिहार में जातिसूचक और अश्लील गाना गाने वाले गायकों पर कार्रवाई भी की जा रही है। इसको लेकर पुलिस मुख्यालय के तरफ से आदेश भी जारी किया गया है, जिसमें साफ तौर पर इस तरह की गानों पर पावंदी लगाने की बात कही गई है। वहीं अब विधान परिषद में भी अश्लील भोजपुरी गानों का मामला उठा है।
राजद के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने सदन में रुई लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि इस तरह के अश्लील गाने गाए जा रहे हैं कि मुझे यहां छह महिलाओं के कान में रुई डालनी पड़ेगी। सुनील कुमार सिंह ने कहा कि 6 करोड़ लोग भोजपुरी बोलने वाले हैं और पूरी दुनिया भर में 25 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं। जब शराबंदी पर कानून बन सकता है तो अश्लील गानों पर क्यों नहीं?
रेगुलेरिटी अथॉरिटी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि समाज में भोजपुरी गाने से अश्लीलता इसलिए फैल रही है कि भाजपा ने तीन ऐसे गायकों को सांसद बनवा दिया जो अश्लील गाने गाते रहे। उन्होंने रवि किशन और मनोज तिवारी का नाम लेकर उनके द्वारा गाए गानों का जिक्र किया।
इस पर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि जो व्यक्ति सदन में मौजूद नहीं है, उसका नाम लेकर मत बोलिए। वहीं सुनील कुमार सिंह ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि यह जो कुछ भी हो रहा है, यह उचित नहीं है। भाजपा से जुड़ें हुए लोग ही इस तरह ही अश्लील गानों को गा रहे हैं और उसको बढ़वा दे रहे हैं।
इसके बाद भाजपा ने विरोध जताया और सभापति के निर्देश के बाद मामला शांत हो गया। लेकिन, सदन के बाहर आते ही उन्होंने इस मसले पर फिर से अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भोजपुरी की जो मिठास है वो कोयल की बोली से कम नहीं है। पूरे देश में 6 करोड़ से अधिक लोग भोजपुरी बोलते हैं।
पूरे विश्व में इसकी पहचान बन रही है, इसके बाद भी इसमें अश्लीलता परोसी जा रही है। यह कहीं से भी उचित नहीं है। इसी को लेकर हमने सवाल उठाया था। इसके आलावा उन्होंने मनोज तिवारी, रविकिशन और दिनेश लाल यादव पर भी सवाल उठाते हुए हमला बोला।
इसी कारण आज देश के युवा उनसे सिख कर इस तरह का काम कर रहे हैं। इसी पर रोक लगाने को लेकर हमने सवाल उठाया था। इसके साथ ही भोजुपरी में भी सेंसर बोर्ड बनाने की मांग उन्होंने करते हुए कहा कि भोजपुरी गाने को मार्केट में लाने से पहले उसकी टेस्टिंग होनी चाहिए।