बिहार: लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी दो अलग-अलग मामलों में पटना कोर्ट में हुए पेश, मिली जमानत
By एस पी सिन्हा | Published: June 10, 2022 04:45 PM2022-06-10T16:45:03+5:302022-06-10T16:45:03+5:30
लालू प्रसाद को तीन मामले में कोर्ट में पेश होना था, जिसमें एक केस में उनके वकील के निधन के कारण सुनवाई टल गई। वहीं दो अन्य केस में लालू प्रसाद कोर्ट में हाजिर हुए। इस दौरान उनके साथ राबड़ी देवी भी मौजूद थी।
पटना:बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पत्नी व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी आज सुबह चुनाव से संबंधित धरना-प्रदर्शन मामले में पटना स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। मामला 12 साल पुराने धरना प्रदर्शन से जुड़ा बताया गया, जिसमें उनके साथ राबड़ी देवी के खिलाफ मामला दर्ज था। जबकि, मानहानि के एक दूसरे मामले में भी लालू प्रसाद इसी कोर्ट के समक्ष पेश हुए। मानहानि का यह मामला भागलपुर के उदयकांत मिश्रा ने लालू प्रसाद के खिलाफ दायर किया था। लालू प्रसाद यादव ने वहां अपना पक्ष रखा।
बताया गया आज लालू प्रसाद को तीन मामले में कोर्ट में पेश होना था, जिसमें एक केस में उनके वकील के निधन के कारण सुनवाई टल गई। वहीं दो अन्य केस में लालू प्रसाद कोर्ट में हाजिर हुए। इस दौरान उनके साथ राबड़ी देवी भी मौजूद थी। बताया गया कि यादव दंपती पर 2010 में जीआरपी पटना के सामने धरना प्रदर्शन करने का मामला दर्ज था। जिसमें आज एमपी- एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई है। बताया गया कि इस केस में दोनों को कोर्ट ने 10-10 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दिया।
वहीं, एक मानहानि के एक अन्य मामले में इसी कोर्ट में सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पेश हुए। यह मुकदमा भागलपुर के उदयकांत मिश्रा ने दायर किया था। मिश्रा ने एक टिपण्णी पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था। भागलपुर के उदयकांत मिश्रा को लेकर भी लालू यादव ने विवादित टिप्पणी की थी। जिसमे लालू यादव से कोर्ट ने पूछा कि क्या उन्होंने ऐसी कोई विवादित टिप्पणी की थी? जिस पर लालू प्रसाद ने साफ कहा कि उन्होंने कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया था।
दरअसल, 10 सितम्बर 2017 को भागलपुर के सैंडिस कम्पाउंड में सार्वजनिक रूप से लालू प्रसाद ने उदयकांत मिश्रा के साथ मुख्यमंत्री के साथ रिश्ते पर सवाल उठाया था। लालू प्रसाद ने कहा था कि नीतीश कुमार जब भी भागलपुर आते हैं तो उदयकांत मिश्रा के घर पर ही ठहरते हैं। इस दौरान उन्होंने उदयकांत मिश्रा का नाम उस समय के चर्चित सृजन घोटाले से भी जोड़ दिया था।
जिस पर आपत्ति जाहिर करते हुए उदयकांत मिश्रा ने मानहानि का केस किया था। उन्होंने कहा था कि शिक्षाविद् होने व समाज के सभी वर्गों से जान-पहचान होने के कारण उनके यहां सभी का आना-जाना रहता है, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 35 वर्षों की पुरानी मित्रता है। इस कारण नीतीश कुमार जब भी भागलपुर दौरे पर होते हैं तो घर पर मां से मिलने आते हैं। सामाजिक दायित्वों के तहत मुख्यमंत्री अगर किसी के घर जाते हैं तो इसमें आपत्ति क्यों?
सृजन घोटाला में नाहक घसीटे जाने पर उदयकांत मिश्रा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लेना-देना नहीं है। इन मामलों के अलावा दूसरी ओर सीबीआई विशेष कोर्ट की ओर से लालू यादव के पासपोर्ट मामले की सुनवाई के लिए अब 14 तारीख को सुनवाई की जाएगी। ये सुनवाई 10 तारीख यानी आज होनी थी, लेकिन सुनवाई टल गई। ऐसे में लालू प्रसाद यादव को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर जाना है और उन्हें पासपोर्ट जल्द से जल्द चाहिए, लेकिन सुनवाई की तारीख आगे बढ़ जाना, उन्हें थोड़ी परेशान कर सकती है।