नीतीश कुमार क्या फिर से पलटी मारेंगे! राज्यसभा उपसभापति और मुख्यमंत्री की गुप्त मुलाकात के बाद सियासत तेज
By एस पी सिन्हा | Published: July 4, 2023 04:37 PM2023-07-04T16:37:07+5:302023-07-04T16:38:45+5:30
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों का करीबी माना जाता है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि मैसेंजर का काम कर सकते हैं।
पटनाः बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहीं फिर से पलटी यो नही मार देंगे? महाराष्ट्र में हुए सियासी उलट फेर के बीच राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच हुई मुलाकात के बाद इसके कयास लगाए जाने लगे हैं। दोनों के बीच लगभग डेढ़ घंटे तक चली गुप्त बैठक के बाद सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। जानकारों के अनुसार हरिवंश नारायण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों का करीबी माना जाता है। इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चा है कि हरिवंश मैसेंजर का काम कर सकते हैं।
इसके पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यह आरोप लगाते रहे हैं कि नीतीश कुमार हरिवंश के रूप में भाजपा के बीच एक संभावना छोड़े हुए हैं। 2017 में जब भ्रष्टाचार के मामलों में केंद्रीय एजेंसियों ने तेजस्वी यादव और लालू पर दबिश दी थी, तब नीतीश राजद का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।
तब भी हरिवंश ही सूत्रधार बने थे। अब एक बार फिर से केंद्रीय एजेंसियों ने लालू परिवार पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लैंड फॉर जॉब मामले में प्रत्यक्ष रूप से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम सामने आ गया है। सीबीआई की तरफ से दायर नई चार्जशीट में तेजस्वी यादव को भी दोषी बनाया गया है।
इसके बाद नीतीश कुमार की हरिवंश से मुलाकात ने कई संभावनाओं को हवा दे दी है। उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से अपने पार्टी के नेताओं से मिल रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की थी। इसके बाद पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों से मिले।
अब पिछले तीन दिनों से वह अपनी पार्टी के लोकसभा-राज्यसभा सांसदों से मिल रहे हैं। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस मुलाकात में मुख्यमंत्री बस क्षेत्र की समस्याओं से रू-ब-रू हो रहे हैं। सभी को चुनाव की तैयारी में जुटने का निर्देश भी नीतीश कुमार की तरफ से दिया जा रहा है।
लेकिन हरिवंश नारायाण और नीतीश कुमार के बीच हुई मुलाकार पर जदयू नेता भी इस पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहे हैं। ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। जानकारों का कहना है कि सियासत में कोई अछूत नही होता।