बिहार: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा पर बोला हमला, कहा- भाजपा ने राष्ट्रपति के अधिकारों का हनन किया
By एस पी सिन्हा | Published: May 28, 2023 06:14 PM2023-05-28T18:14:40+5:302023-05-28T18:16:29+5:30
ललन सिंह ने कहा कि भाजपा ने जब उनको अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया तो आदिवासी प्रेम के साथ जोड़ कर प्रचारित किया गया। अब बारी आयी उनके हाथों बड़ा चीज़ करवाने का तो उनका अपमान किया गया।
पटना: नए संसद भवन का उद्घाटन होने पर आज जदयू ने एकदिवसीय अनशन किया। इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण की कोई जरूरत नहीं थी यह पैसों की बर्बादी है। उन्होंने कहा कि बना ही लिया तो इसका उद्घाटन करने का अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति को ही है। भाजपा के उनके अधिकारों का हनन किया है। हर साल संसद का पहला सत्र शुरू होने पर राष्ट्रपति ही लोकसभा और राज्यसभा का संबोधित करते हैं। लेकिन उसका महज इस वजह से अपमान किया गया कि वो आदिवासी समाज से आती है।
ललन सिंह ने कहा कि भाजपा ने जब उनको अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया तो आदिवासी प्रेम के साथ जोड़ कर प्रचारित किया गया। अब बारी आयी उनके हाथों बड़ा चीज़ करवाने का तो उनका अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि देश के संसद भवन में जितने सपूतो की फोटो लगाया कि उनका देश के आजादी में महत्वपूर्ण योगदान है। लेकिन नरेंद्र मोदी का देश के आजादी में क्या योगदान रहा है? इनका तो 74 के आंदोलन में भी कोई योगदान नहीं रहा है। जब यह आंदोलन हुआ तो अमित शाह का उम्र 10 वर्ष रहा होगा। आज ये लोग देश का इतिहास बदलने में लगे हैं।
उन्होंने कहा है कि यह देश सबों का है। इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और इसाई और सब का समान हक है। नए संसद भवन के शिलान्यास के समय देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे उन्हें भी नही आमंत्रित किया गया था। ललन सिंह उने अपनी पार्टी जदयू के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कहा कि जब जदयू महागठबंधन में जाती है तो सुशील मोदी बोलने लगते हैं कि ललन सिंह ने लालू यादव के खिलाफ शिकायत की थी। लेकिन हकीकत क्या है, यह सभी लोग जानते हैं। ये लोग बस अपने पालतू तोते के जरिए लोगों को डराना चाहते हैं। सीबीआई ने लालू यादव के आवास पर छापेमारी की, उस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कोर्ट में कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिल रहा है।
ललन सिंह ने कहा कि जब हम फिर 2022 में बीजेपी से अलग हुए हैं तो फिर से छापेमारी का सिलसिला शुरू हो गया है। लेकिन हम लोग इनके गीदड़ भभकी से नहीं डरने वाले हैं। इअस देश में देश में अघोषित इमरजेंसी है। अगर भाजपा 2024 में वापस आती है तो अपना विरोध करने वाले को ये उठाकर जेल में बंद कर देंगे। इन्होंने संसद में जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके खिलाफ बोला तो उनकी सदस्यता रद्द कर दी तो फिर आम लोगों को कुछ भी कर सकती है।