बिहार: भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाते हुए आतंकियों को भारत में प्रवेश कराने की तैयारी, बरती जा रही है सतर्कता
By एस पी सिन्हा | Updated: May 20, 2025 14:03 IST2025-05-20T14:02:32+5:302025-05-20T14:03:28+5:30
Bihar: वह यहां कई तरह के छद्म वेश बनाकर रहता था।

बिहार: भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाते हुए आतंकियों को भारत में प्रवेश कराने की तैयारी, बरती जा रही है सतर्कता
Bihar: ऑपरेशन सिंदूर के सीजफायर के बावजूद बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। जबसे युद्ध के हालात बने तब से ही चौकसी बरती जा रही है। दरअसल, इन दिनों की जा रही जांच के क्रम में कई अवैध बंगलादेशी, पाकिस्तानी, चीनी नागरिकों को पकड़ा गया है। भारत-नेपाल खुली सीमा का फायदा आतंकी संगठन उठाते हैं और नेपाल के रास्ते आतंकवादियों को बिहार की सीमा में प्रवेश कराकर जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य इलाकों में भेज देते हैं।
बिहार में 10 दिनों के अंदर कुल 8 विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें 5 चीन के और दो बांग्लादेश के एक कनाडा का है। जबकि दो नेपाल के लोगों को हिरासत में लिया गया है।
इस बीच नेपाल के रास्ते पाकिस्तान और बांग्लादेश के करीब दो दर्जन संदिग्ध लोगों के बिहार में घुसपैठ और आतंकी हमले की योजना जैसी खुफिया सूचनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिये हैं। खुफिया सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं के लिए यह एक आसान रास्ता बन गया है। अभी पिछले ही दिनों बिहार के मोतिहारी जिले से एसएसबी ने हरैया थाने को कनाडाई नागरिक को पकडकर सौंप दिया था। हरैया थाना पूरे मामले की तहकीकात में जुटी है कि आखिर यह कनाडाई निवासी हरप्रीत सिंह किस मकसद से भारत आया था?
आखिर वह नेपाल भारत सीमा के पास क्या कर रहा था? बता दें कि हाल में ही 10 लाख के इनामी खालिस्तानी आतंकी बलबीर सिंह उर्फ कश्मीर सिंह डिड्डल को मोतिहारी से गिरफ्तार किया गया था। वह यहां कई तरह के छद्म वेश बनाकर रहता था।
खालिस्तानी आतंकी के नाम लगभग आधा दर्जन बैंक अकाउंट का पता लगा है। इसके साथ ही अमेरिका सहित अन्य जगहों से करोड़ों की फंडिंग के भी सबूत मिलने मिले हैं। खुफिया सूचना के मुताबिक आतंकियों का दल बांग्लादेश से ठाकुरगंज के रास्ते रवाना हुआ है और नेपाल की सीमा होते हुए भारत में घुसपैठ की तैयारी कर रहा है। इस सूचना के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी है।
बिहार के सुपौल जिले से सटी नेपाल सीमा पर सशस्त सीमा बल, स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सीमावर्ती गांवों में गश्त तेज कर दी गयी है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इंडो-नेपाल सीमा से आने-जाने वाले लोगों की गहनता से जांच की जा रही है।
खुफिया सूचना के मुताबिक बांग्लादेश में सक्रिय तीन कट्टर इस्लामिक संगठनों जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश, हरकत-उल जिहाद अल-इस्लामी, बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी से जुड़े लोग बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, फिलहाल सतर्कता बरती जा रही है एवं लोगों से संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने को कहा गया है।
बिहार में एडीजी(मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि भारत और नेपाल की सीमा अधिकांश जगहों पर खुली हुई है। वैसे भारत और नेपाल के बॉर्डर पर एसएसबी का चेक पोस्ट लगाया गया है। लेकिन अधिकांश जगहों पर सीमा खुली हुई है। यही कारण है कि स्थानीय लोगों को पता है कि किन इलाकों में जांच नहीं होती है, उसी रास्ते से विदेशी आसानी से भारत में प्रवेश कर जाते हैं।
हालांकि बिहार पुलिस और एसएसबी के द्वारा चौकसी बरती जा रही है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर विशेष नजर रखी जा रही है। 10 मई को किशनगंज से बांग्लादेशी जासूस अशरफुल आलम को बीएसएफ के जवानों ने हिरासत में लिया। संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के आधार पर इसकी गिरफ्तारी हुई। बीएसएफ से पूछताछ में इसने अपने आप को बांग्लादेश का जासूस बताया।
जांच के क्रम में इसके पास से देश से जुड़े हुए कई दस्तावेज और कंप्यूटर डिवाइस भी बरामद हुए। उन्होंने बताया कि रात्रि पेट्रोलिंग की जा रही है, जो भी कोसी नदी के दियारा क्षेत्र हैं, उन जगहों पर पेट्रोलिंग तेज करने का निर्देश दिया गया है। नेपाल की सीमा से सटे हर क्षेत्र में पुलिस की चौकसी तेज कर दी गई है।