'कचरा पॉलिटिक्स': बुरे फंसे पूर्व सांसद पप्पू यादव, निकले थे नगर विकास मंत्री के घर पर कचरा फेंकने, उल्टे कटा 5000 रुपये का चालान
By एस पी सिन्हा | Published: October 17, 2019 05:22 PM2019-10-17T17:22:19+5:302019-10-17T17:22:19+5:30
दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में बाढ और जलजमाव के बाद हर तरफ कचरा ही नजर आ रहा है. प्रशासन की ओर से हो रही लापरवाही और लोगों की परेशानी को देखकर नेता पप्पू यादव खुद ही सफाई के लिए सड़क पर आ गए.
बिहार में 'कचरा पॉलिटिक्स' के चक्कर में जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व पूर्व सांसद पप्पू यादव का 5000 रुपये का चालान ट्रैफिक पुलिस ने आज काट दिया. पप्पू यादव और उनके ड्राइवर के पास गाडी का लाइसेंस भी सही नहीं था. यह देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने पप्पू यादव का चालान काटा. जिसके बाद पप्पू यादव और पुलिस के बीच काफी बहस हुई. चालान में दर्ज जुर्माने की रकम पप्पू यादव ने ही ट्रैफिक पुलिस को दिया. इसके बाद पुलिस ने पप्पू यादव को छोड़ दिया. चालान की राशि भरने के बाद वह अपने घर वापस लौट आये.
दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में बाढ़ और जलजमाव के बाद हर तरफ कचरा ही नजर आ रहा है. प्रशासन की ओर से हो रही लापरवाही और लोगों की परेशानी को देखकर नेता पप्पू यादव खुद ही सफाई के लिए सड़क पर आ गए. हाथ में बेलचा और कुदाल लेकर जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद ने खुद ही दानापुर में कचरे की सफाई की.
वे कचरा को ट्रैक्टर में भरकर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा और अधिकारियों के आवास के बाहर फेंकने की फिराक में थे. इसके पहले पप्पू यादव ने शहर में कचरा जमा होने के बाद कूड़ा नहीं हटाये जाने को लेकर चेतावनी दी थी कि वह कचरे को लेकर नगर विकास मंत्री और कमिश्नर के आवास पर फेंक देंगे. इसके बाद शहर में जमा कूडे के नहीं हटाये जाने को लेकर पप्पू यादव आज सफाई अभियान में निकले.
इसके मद्देनजर बेली रोड स्थित ईशान इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल के पास जेसीबी और ट्रैक्टर लेकर पहुंच गये. वहां कचरा लाद कर आशियाना होते हुए वह राजीवनगर पहुंचे. इस दौरान वह सरकार के खिलाफ जमकर भडास भी निकाल रहे थे. उनका कहना था कि आम जनता को उनके हाल पर ही छोड़ दिया जाता है, जबकि अधिकारियों और नेताओं के घर से कूडे का उठाव ससमय हो जाता है. राजीव नगर में ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया. साथ ही धारा-109 के तहत उपद्रव फैलाने के आरोप में थाने में बिठा दिया गया.
इसके बाद पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उनके पास हल्के वजन के वाहन (एलएमवी) का लाइसेंस है. उसकी वैधता भी वर्ष 2017 में ही खत्म हो चुकी है. ट्रैक्टर भारी वजन के वाहन (एचएमवी) की श्रेणी में आता है. इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने पप्पू यादव का पांच हजार रुपये का चालान काट दिया. साथ ही पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर थाने ले आई. चालान कटने के बाद पप्पू यादव ने चालान भर दिया. चालान भरे जाने के बाद पप्पू यादव को छोड़ दिया गया. इसके बाद वह अपने आवास पर लौट आये.