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जदयू से नाराज चल रहे पूर्व विधायक मंजीत सिंह की हुई घर वापसी, पार्टी ने बनाया प्रदेश उपाध्यक्ष, पहले की थी राजद में जाने की घोषणा

By एस पी सिन्हा | Updated: July 10, 2021 22:16 IST

बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू से नाराज होकर गोपालगंज जिले के वैकुण्ठपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मंजीत सिंह ने एक बार फिर से जदयू का दामन थाम लिया है।

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ठळक मुद्देचुनाव में होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मंजीत सिंह फिर से जदयू में शामिल हुए। वापसी के साथ ही मंजीत सिंह को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है। हालांकि कुछ वक्त पहले मंजीत सिंह ने सोशल मीडिया पर राजद में जाने की घोषणा की थी। 

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू से नाराज होकर गोपालगंज जिले के वैकुण्ठपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मंजीत सिंह ने एक बार फिर से जदयू का दामन थाम लिया है। पटना स्थित जदयू कार्यालय में हजारों समर्थकों के साथ पार्टी में मंजीत सिंह की वापसी हुई। जदयू के लोकसभा सांसद ललन सिंह, बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी, लेसी सिंह, सुनील कुमार और प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की मौजूदगी में सिंह ने पार्टी की सदस्यता हासिल की। पार्टी में वापसी के साथ ही मंजीत को जदयू ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है। 

इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि मंजीत सिंह के आने से पार्टी और मजबूत होगी और आने वाले चुनाव में ज्यादा मजबूती के साथ लड़ाई लडेंगे। वहीं, जदयू के दिग्गज नेताओं के बीच घर वापसी करते हुए मंजीत सिंह भावुक हो गए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे राजनीतिक पिता हैं। उनका साथ छोड़ने पर अपार कष्ट हुआ था, लेकिन अब घर वापसी पर खुश हैं और पार्टी को मजबूत करेंगे। 

वहीं, मंत्री लेसी सिंह ने कहा की मंजीत सिंह पुराने हमारे साथी रहे हैं। पार्टी उनका स्वागत करती है। उनका पार्टी को आगे बढाने में काफी योगदान रहा है, लेकिन कुछ परिस्थितियों के कारण अलग हो गए थे। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव के खिलाफ उन्होंने हमेशा काम किया है, जबकि मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मंजीत सिंह पूर्व में विधायक रहे हैं और ये उन्हीं का घर है। सब जानते हैं की जदयू का मतलब नीतीश कुमार हैं। उनके विकल्प का कोई नेता नहीं है। मंजीत सिंह के खानदान से लगाव रहा है। गठबंधन की राजनीति की कुछ मजबूरियों के कारण दिक्कतें आती हैं, मंजीत सिंह फिर से शामिल हुए हैं। यही उम्मीद करते हैं कि फिर से पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।

जदयू में मंजीत सिंह की वापसी बेहद तामझाम के साथ हुई है। यहां बता दें कि मंजीत सिंह ने पिछले दिनों राजद में शामिल होने का फैसला किया था। इसकी अधिकारिक जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी थी। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में वह राजद में शामिल होने वाले हैं। मनजीत सिंह के इस ऐलान के बाद जदयू नेतृत्व सक्रिय हो गया था और आनन-फानन में मंत्री लेसी सिंह उनके घर पहुंची और फिर नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात करवाई गई। 

नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मनजीत सिंह ने अपना फैसला बदल दिया। तेजस्वी के साथ जाने की बजाय वह फिर से जदयू में शामिल होने को तैयार हो गए। उल्लेखनीय है कि मंजीत सिंह बैकुंठपुर के पूर्व विधायक हैं। वे जदयू से दो बार विधायक रहे हैं, लेकिन इस बार बैकुंठपुर भाजपा के खाते में चले जाने के कारण भाजपा ने मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया था, जिसके बाद मंजीत ने जदयू से बगावत के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। तब से ही उनके जदयू में वापसी के कयास लगाए जा रहे थे।

 

टॅग्स :बिहारजेडीयूनीतीश कुमार
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