बिहार चुनाव: दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान के लिए थम गया चुनावी शोर, 17 जिलों के 94 सीटों पर वोटिंग; तेजस्वी और तेज प्रताप के भाग्य का होना है फैसला
By एस पी सिन्हा | Published: November 1, 2020 08:29 PM2020-11-01T20:29:20+5:302020-11-01T20:29:20+5:30
बिहार के सबसे चर्चित सीटों में शुमार राघोपुर विस क्षेत्र कई मायने में काफी अलग है. चाहे इसकी भौगोलिक स्थिति की बात हो या सामाजिक, दोनों एकदम अलग हैं.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के तहत जिन 94 सीटों पर 3 नवंबर को मतदान होना है, वहां रविवार शाम चुनाव प्रचार का शोर थम गया. चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन था. दूसरे चरण में राज्य के 94 सीटों पर होने जा रहे मतदान में एक ओर जहां एनडीए (भाजपा+जदयू+हम+वीआईपी) के कई मंत्रियों की साख दांव पर है, वहीं राजद के नेता तेजस्वी और तेजप्रताप के किस्मत का फैसला भी इसी चरण के चुनाव में होगा. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन होने के कारण आज सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी थी.
17 जिलों के जिन 94 सीटों पर मतदान होना है, वहां मतदाता कुल 1463 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. दूसरे चरण में कुल 1316 पुरुष उम्मीदवार, 146 महिला और एक किन्नर उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. आज चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद इन सीटों पर उम्मीदवार केवल व्यक्तिगत जनसंपर्क ही कर पाएंगे. किसी भी तरह की चुनावी सभा और प्रचार पर रोक रहेगी. दूसरे चरण में जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है उनमें बिहार सरकार के मंत्री और भाजपा नेता नंदकिशोर यादव, मंत्री राणा रणधीर सिंह के साथ-साथ जदयू नेता और मंत्री श्रवण कुमार मंत्री रामसेवक सिंह शामिल हैं. इनके अलावा पटना की सभी शहरी सीटों पर भी 3 नवंबर को ही मत डाले जायेंगे. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की किस्मत का फैसला भी इसी चरण में होना है साथ ही साथ उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी हसनपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. दूसरे चरण में जदयू के 43, भाजपा के 46, कांग्रेस के 24, राजद के 56, लोजपा के 52, रालोसपा के 36, भाकपा के 4, माकपा के 4, बीएसपी के 33 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 29 उम्मीदवारों की किस्मत तय होगी.
बिहार के सबसे चर्चित सीटों में शुमार राघोपुर विस क्षेत्र कई मायने में काफी अलग है. चाहे इसकी भौगोलिक स्थिति की बात हो या सामाजिक, दोनों एकदम अलग हैं. इस इलाके में दो जाति यादव व राजपूत बहुलता वाले इस क्षेत्र में एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है, जो एकदम चुप है और सीधे चुनाव के दिन ही मुखर होकर मतदान कर बेबाकी दिखाने में विश्वास करता है. उसीतरह से हसनपुर की लड़ाई तेज प्रताप के लिए आसान नहीं है. आज तीसरी बार तेजस्वी यादव हसनपुर गये और मतदाताओं से तेज प्रताप यादव को जिताने की अपील की है. बता दें कि तेज प्रताप महुआ सीट छोड़कर हसनपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में अब इस चरण में लोगों की निगाहें दोनों भाईयों पर टिकी हुई है.