बिहार में कुलपतियों पर लगे भ्रष्टाचार, दिल्ली जाने से पहले राज्यपाल ने पाटलिपुत्र विवि में कर दी कुलपति की नियुक्ति, विवादों के घेरे में राजभवन
By एस पी सिन्हा | Published: November 24, 2021 08:14 PM2021-11-24T20:14:08+5:302021-11-24T20:15:04+5:30
राजभवन की तरफ से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि प्रोफेसर आरके सिंह को अगले 3 सालों के लिए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया जाता है. वहीं प्रो. संजॉय कुमार को नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय का प्रो. वीसी नियुक्त किया गया है.
पटनाः बिहार में कुलपतियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से उत्पन्न विवाद के बाद राज्य सरकार और राजभवन के बीच बढ़ते मतभेदों के बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोपहर करीब 12 बजे राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की. वहीं, विवादों के बीच ही राजभवन ने आज बड़ा फैसला लेते हुए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति कर दी है.
राजभवन की तरफ से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि प्रोफेसर आरके सिंह को अगले 3 सालों के लिए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया जाता है. वहीं प्रो. संजॉय कुमार को नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय का प्रो. वीसी नियुक्त किया गया है. जबकि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसपी सिंह से पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के प्रभार से हटा दिया गया है.
एसपी सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. उन्हें राजभवन ने कल ही सर्वश्रेष्ट कुलपति के रूप में सम्मानित किया था. प्रो. सिंह पर लखनऊ में भी कुलपति रहते हुए भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हो चुके हैं. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किये गये आरके सिंह उतराखण्ड के हैं. राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंगथू ने इसकी पुष्टि की है.
यहां बता दें कि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में कुलपति का पद करीब एक साल से खाली था. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (दरभंगा) के कुलपति एसपी सिंह ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रखा था. इस बीच मगध विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी ने भी व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में राज्य के विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद और लोगों के भी इस्तीफा देने का दौर जारी रह सकता है, खासकर उत्तर प्रदेश के कुलपतियों के प्रभार वाले विश्वविद्यालयों में. उल्लेखनीय है कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह पर ज्यादा कीमत पर उत्तर पुस्तिकाओं की खरीद का आरोप लगा है.
वहीं मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के ठिकानों पर निगरानी की छापेमारी भी हुई थी. इन पर लगभग 30 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप है. इसके बाद मगध विश्वविद्यालय के कुलपति 23 तारीख से लंबी छुट्टी पर चले गये हैं.
विभूति नारायण सिंह को कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इन सभी मामलों को लेकर राज्यपाल फागू चौहान की लगातार किरकिरी हो रही है. उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय में तलब किया गया है. आज पटना से दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने एसपी सिंह की जगह आरके सिंह को तैनात करने का फैसला लिया.