बिहार में जहरीली शराब से मौतों पर नीतीश कुमार ने कहा- त्योहारों के बाद शराबबंदी पर विस्तृत समीक्षा करेंगे
By एस पी सिन्हा | Updated: November 5, 2021 18:17 IST2021-11-05T18:17:12+5:302021-11-05T18:17:36+5:30
नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से हो रही मौतों पर कहा है कि पर्व के बाद स्थिति की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि जर्बदस्त अभियान भी चलाया जा सकता है।

बिहार में जहरीली शराब से मौतों पर नीतीश कुमार ने कहा- त्योहारों के बाद शराबबंदी पर विस्तृत समीक्षा करेंगे
पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद जारी जहरीली शराब की बिक्री और उससे हो रही मौतों के बाद विपक्ष के निशाने पर आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी समीक्षा करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि यह बड़ी दुखद बात है कि किसी इलाके में कुछ लोग ऐसे काम कर रहे हैं. ऐसे में हमने मन बना लिया है पर्व के बाद हम शराबबंदी पर विस्तृत समीक्षा करेंगे.
पटना में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बार-बार कह रहे कि गलत चीज का सेवन कीजिएगा तो ये नौबत आयेगी. पर्व के बाद इसकी विस्तृत समीक्षा करेंगे. प्रतिदिन लोग पकड़े जा रहे हैं. फिर भी खास इलाके में शराब की बिक्री की जा रही है. एक बार फिर से प्रचार चलेगा. शराबबंदी लागू है फिर भी शराब बना रहे हैं. इस पर और जो कार्रवाई है वो हो रही है और आगे भी होगी.
नीतीश ने कहा, 'हमने मन बना लिया है कि एक जर्बदस्त अभियान चले. हम चाहेंगे कि पर्व के बाद विस्तृत समीक्षा करें और एक शराबबंदी को लेकर एक अभियान और तेजी से चले.'
वहीं, राज्य के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने गोपालगंज में 11 और बेतिया में 10 लोगों के जहरीली शराब से मरने की संभावना जताया है. उन्होंने कहा की शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. सुनील कुमार ने कहा की डीएम और एसपी के निर्देशन में कई जगहों पर छापेमारी की गई है. कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं. साथ ही दोनों जगहों के सम्बन्धित थानेदारों को निलंबित किया गया है. चौकीदार को निलंबित किया गया है. गोपालगंज जिले में कुछ शराब भी बरामद हुआ है, जिसे जांच के लिए भेजा गया है.
हालांकि मंत्री ने माना कf इस मामले में कहीं न कहीं चूक हुई है और यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा की हमलोगों ने आम लोगों को भी सचेत किया है की शराब नहीं पिएं. यह कानूनन अपराध है. लेकिन उन्होंने साफ तौर पर स्वीकार किया की स्थानीय स्तर पर लापरवाही की गई होगी. जिसके कारण यह घटना घटी है.
उन्होंने कहा की इसके पहले भी गोपालगंज में इस तरह की घटना हुई थी. जिसमें लोगों को सजा हुई थी. इस कांड में भी दोषी लोगों को कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा की जब से राज्य में शराबबंदी कानून लागु हुआ है, तब से कई लोगों पर कार्रवाई की गई है.
उन्होंने कहा की हमलोगों ने 187 लाख लीटर से अधिक शराब बरामद किया है. जबकि तीन लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. करीब 60 हजार वाहनों को जब्त किया गया है. वहीँ शराब कारोबार में संलिप्त विभाग के करीब 700 कर्मियों को बर्खास्त किया गया है.
बता दें कि शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद बिहार में जहरीली शराब से मौतें हो रही हैं. राज्य में शराब माफिया ने अवैध तरीके से शराब बेचने का नेटवर्क खड़ा कर रखा है. सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद अब तक इस पर नकेल नहीं लग पाई है. गोपालगंज और बेतिया में जहरीली शराब कांड के बाद लगातार विपक्ष की मांग कर रहा है कि बिहार में शराबबंदी कानून की समीक्षा की जाए.