Bihar: चिराग पासवान के मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा मारने लगी हैं कुलांचे, पटना में लगाए गए पोस्टर
By एस पी सिन्हा | Updated: May 18, 2025 20:56 IST2025-05-18T20:56:05+5:302025-05-18T20:56:05+5:30
पटना के विभिन्न जगहों पर लगाए गए पोस्टरों में चिराग पासवान को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने की कोशिश की गई है।

Bihar: चिराग पासवान के मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा मारने लगी हैं कुलांचे, पटना में लगाए गए पोस्टर
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक देख लोजपा(रा) प्रमुख एवं केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान के मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा कुलांचे मारने लगी हैं। उन्होंने अपनी राजनीति को अब बिहार में शिफ्ट करने के संकेत जब से दिए हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया है। लेकिन विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उतारने की उनकी रणनीति ने बिहार में सियासत को गर्मा दिया है। इस बीच पटना के वीरचंद पटेल पथ सहित कई जगहों पर उनको मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किए जाने संबंधित लगाए गए पोस्टरों से सियासी कानाफूसी होने लगी है।
पटना के विभिन्न जगहों पर लगाए गए पोस्टरों में चिराग पासवान को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने की कोशिश की गई है। पोस्टर में लिखा है कि बिहार ताजपोशी का इंतजार कर रहा है! चिराग के स्वागत के लिए बिहार तैयार है! शेर का कलेजा लेकर ऊपर वाला भेजा है! दंगा फसाद ना बवाल चाहिए, बिहार का सीएम चिराग चाहिए! इस पोस्टर को लगाने वाले इमाम गजली हैं, जो खुद को लोजपा (रा) का शेखपुरा जिला अध्यक्ष बता रहे हैं।
वहीं, चिराग पासवान की तस्वीर लगाकर मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने को लेकर सियासी गलियारों में अलग तरह की चर्चा छिड़ गई है। उल्लेखनीय है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर लडा था। उनकी इस कार्रवाई से जदयू को काफी नुकसान पहुंचा था। उस वक्त जदयू महज 43 सीटें जीत पाई और तीसरे नंबर की पार्टी बन गई।
वहीं, इसको एनडीए के अंदर की एक साजिश के तौर पर देखा गया था, जिसमें चिराग पासवान को भाजपा के साथ होने की बात कही गई थी। यही आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार ने भाजपा से नाता तोडकर राजद के साथ सरकार बना ली थी। लेकिन वहां से भी उन्होंने नाता तोडा और अब भाजपा के साथ हैं। एनडीए में ही चिराग पासवान भी हैं। लेकिन मुख्यमंत्री बनकर बिहार आने की उनकी असीम अभिलाषा देखी जा रही है। वहीं, यह पोस्टर लगने के बाद बिहार की राजनीति में फिर चर्चा छिड़ गई है कि क्या चिराग पासवान कोई नया दांव खेलने जा रहे हैं?